पटना (PATNA) : बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र खत्म हो चुका है. पांच दिनों तक चले इस शीतकालीन  सत्र में एक नई परंपरा की शुरूआत की गई है. शीतकालीन सत्र की शुरुआत राष्ट्र गान के साथ शुरू हुई और समाप्ति के दौरान राष्ट्रगीत गाया गया. लेकिन, बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन में हुए राष्ट्रगीत को लेकर तब बवाल मच गया, जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायकों ने राष्ट्रगीत का विरोध कर दिया.  

सत्र खत्म होने के बाद एआईएमआईएम के विधायक अख्तरूल इमाम ने विवादित बयान देते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के स्पीकर जबरदस्ती की परंपरा सभी विधायकों पर थोप रहे हैं. बिना वजह राष्ट्रगीत गाना जरूरी नहीं है. मुझे राष्ट्रगीत यानी वंदे मातरम गाने में दिक्कत है. ये हमारी आस्था के मुताबिक नहीं हैं. कोई वेज होता है और कोई नॉन वेज होता है. सब पर एक ही डंडा चला दोगे. ऐसा नहीं होता है. संविधान पूर्ण है,  संविधान में प्रेम और भाईचारा है. संविधान में सभी धर्म का आदर का हुक्म दिया गया है. मैं वंदे मातरम नहीं गाता हूं और ना ही गाऊंगा. वहीं एआईएमआईएम के विधायक अख्तरूल इमान के राष्ट्रगीत नहीं गाने पर बीजेपी विधायक संजय कुमार ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि अख्तरूल इमान को ऐसी जगह चले जाना चाहिए, जहां का राष्ट्रगीत उन्हें पसंद है.