पटना(PATNA): बिहार सरकार के नए आदेश से सरकारी कर्मी बिल्कुल सकते में आ गए हैं. राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा जारी इस आदेश के अनुसार बिहार के सरकारी कर्मचारी मात्र 3 बार ही प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे. इससे कर्मचारी सरकार से पूरी तरह नाराज हैं. सरकार के इस आदेश को कर्मचारी संघ ने तुगलकी फरमान बताया है.

सरकार ने नहीं बताया इस आदेश का कारण

सरकार के इस आदेश का असर 4 लाख सरकारी कर्मियों पर पड़ेगा. इस आदेश के पीछे की वजह क्या है?, इसका कारण आदेश में नहीं बताया गया है. माना जा रहा है कि इन कर्मियों के परीक्षा के लिए ली जानेवाली छुटि्टयों से काफी काम प्रभावित होता है. मगर, कर्मचारी संघ इस बात से पूरी तरह असहमत हैं. उनका कहना है कि परीक्षा के लिए 1 से 2 दिन के लिए ली जाने वाली छुट्टी से काम कैसे प्रभावित हो सकता है और इतनी छुट्टी तो वैसे भी कर्मचारी लेते ही रहेंगे.

मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा संघ

कर्मचारी संघ ने सरकार के इस आदेश का विरोध करने का फैसला किया है. इसके खिलाफ संघ मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग को ज्ञापन सौंपगा. संघ ने बताया कि राज्य में 4.50 लाख सरकारी सेवक हैं. इसमें से डेढ़ लाख से ज्यादा कर्मी 45 वर्ष से अधिक उम्र के हैं. ये लोग इस आदेश से सीधे प्रभावित होंगे.