TNP DESK- 2025 के बिहार चुनाव में विधायकों को जनता का विरोध कुछ अजब ढंग से झेलना पड़ रहा है. मंत्री तक नहीं बख्शे जा रहे है,  जगह-जगह "लापता" के पोस्टर लग जा रहे है.  सीधे-सीधे विरोध भी किया जा रहा है.  जानकारी के अनुसार दो दिन पहले राजद  के मधेपुरा सदर विधायक को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था. लोगों ने पूछा कि इतने  दिनों तक कहां थे? उनका आरोप था कि चुनाव के समय ही विधायक जनता के बीच दिखाई देते है.  बाकी समय जनता से उनका कोई लेना-देना नहीं रहता है.  इधर, मुजफ्फरपुर के सकरा से जदयू विधायक अशोक चौधरी का भी विरोध शुरू हो गया है.  चुनाव के पहले जनता ने उन्हें लापता बता दिया है. 

टांगे जा रहे "लापता" के पोस्टर ,हो रही नारेबाजी  

 जनता ने लापता का एक पोस्टर  टांग दिया है.  जिसमें लिखा है यहां के माननीय विधायक लापता है.  5 साल से कोई काम नहीं हुआ है.  सड़क टूटी है, लोगों का कहना है कि 2020 के बिहार चुनाव में जदयू प्रत्याशी के रूप में अशोक चौधरी ने बड़े-बड़े वादे किए थे.  लेकिन जीत के बाद वह क्षेत्र से गायब हो गए.  विकास योजनाएं ठप पड़  गई है.  पिछले महीने बिहार के वैशाली में सीएम नीतीश कुमार के सामने ही जदयू के विधायक सिद्धार्थ पटेल का लोगों ने विरोध किया था.  सीएम के सामने खूब हंगामा हुआ.  बताया जाता है कि गोरौल में  सीएम नीतीश कुमार का कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब हेलीपैड की ओर जाने के लिए गाड़ी में बैठे, तो कुछ लोगो  ने वैशाली विधायक के खिलाफ गो बैक का नारा लगाना शुरू कर दिया.  हालांकि इस दौरान नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे भी लगे.  

क्षेत्र में मंत्रियो तक का हो चुका  है विरोध 

 इसके पहले भी बिहार में लोगों ने मंत्रियों तक का विरोध किया.  मंत्रियों को सुरक्षा कर्मियों के घेरे में  बाहर ले जाया गया.  बिहार का चुनाव इस बार कुछ अलग दिख रहा है.  यह अलग बात है कि नीतीश  सरकार ने अपने खजाने खोल दिए है.  ताबड़तोड़ घोषणाएं हो रही है.  चुनावी साल में बिहार को लगातार हवाई सेवाओं की सौगात भी मिल रही है.  मुजफ्फरपुर से हवाई सेवा की मंजूरी दे दी गई है.  डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है.  सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है.  इससे पहले पूर्णिया से 15 सितंबर को हवाई सेवा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो