पटना (PATNA) : 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू होते ही राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण हो गया है. मतगणना के लगभग दो घंटे बाद, एनडीए भारी जीत की ओर अग्रसर दिख रहा है. मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, एनडीए राज्य में भारी जीत की ओर अग्रसर है. रुझानों से पता चलता है कि एनडीए 160 से अधिक सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन लगभग आधी सीटों पर सिमटता दिख रहा है. इस बीच, जेडीयू लगभग 75 सीटों की मजबूत बढ़त हासिल करके सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है. सुबह 11 बजे तक के रुझानों से पता चलता है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन अब तक की अपनी सबसे बड़ी हार की ओर बढ़ रहा है. इस बीच, भाजपा और जेडीयू एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हैं, दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर है. कांग्रेस के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, जो अब तक के अपने सबसे खराब प्रदर्शन की ओर अग्रसर है.
इस चुनाव में महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी राजद रही, जिसने 243 में से 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे. कांग्रेस ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन वामपंथी दलों और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को कई अतिरिक्त सीटें दी गईं. महागठबंधन की रणनीति पिछली बार के मुकाबले ज़्यादा संतुलित मानी जा रही थी, लेकिन शुरुआती रुझान बताते हैं कि इसका व्यापक असर अभी मतगणना में नहीं दिख रहा है.
दूसरी ओर, एनडीए ने भी सीटों का बंटवारा बड़ी सावधानी से किया. भाजपा और जदयू दोनों ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा. चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी की हम (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा भी इस गठबंधन का हिस्सा हैं.
दिलचस्प बात यह है कि 2020 के मुकाबले जदयू की स्थिति में सुधार होता दिख रहा है. यह बढ़त तब और भी अहम मानी जा रही है जब विपक्ष लगातार नीतीश कुमार की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठा रहा है. भाजपा ने साफ तौर पर कहा है कि वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है और शुरुआती रुझान इस धारणा को सही साबित कर रहे हैं.

Recent Comments