पटना(PATNA):मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष द्वारा सदन के अंदर जातीय जनगणना विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर जबरदस्त हंगामा शुरू किया गया शुरू किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष पर गुस्से  से फायर हो गए. सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के विधायकों को जमकर फटकार भी लगाई. साथ ही कहा कि बिहार में जातीय जनगणना करने को लेकर हमने सर्वदलीय बैठक की थी. उसे बैठक में सभी दल के नेता शामिल भी हुए थे. बिहार में जातीय जनगणना प्रकाशित हुई, लेकिन हाईकोर्ट ने उसे रोक लगा दी. जिसके बाद राज सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है, साथ ही केंद्र को भी पत्र भेजा है कि बिहार की जातीय जनगणना को नवमी अनुसूची में शामिल की जाए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बातों को लेकर विपक्ष सदन के अंदर जबरदस्त हंगामा किया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों को फटकार लगाई.

यूपीए ने नहीं दिया विशेष राज्य का दर्जा 

सदन के स्थगित होने से पहले सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमने ऐसा कुछ सब किया नहीं है, आप लोग ही एक साथ खड़े हैं. आपके पास कुछ विचार थे, कुछ सही सुझाव दीजिए. आप भी कांग्रेसी हैं, सही तरीके से बोलिए. कोई ठीक से समझाने वाले नहीं थे. कल बड़ा आंदोलन चल रहा था, हमारे आंदोलन के समय में 10 वर्षीय बच्चे चाहते थे कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, लेकिन आपकी पार्टी ने समर्थन नहीं किया. 

भरी सदन में राजद विधायक को लगाई फटकार

सीएम नीतीश मसौढ़ी ने राजद विधायक रेखा देवी को फटकार लगाते हुए कहा कि तुम समझती ही नहीं हो. राजद ने कभी महिलाओं को आगे बढ़ने नहीं दिया. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि "अरे महिला हो, तो कुछ भी नहीं समझती हो. आज केवल इसलिए तो बोल रही हो क्योंकि तुम महिला हो. राजद के समय तक किसी महिला की आवाज को सुनने की इजाजत ही नहीं थी. कभी उन लोगों ने किसी महिला को आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं दी थी, 2005 के बाद हमने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया. आज तुम सिर्फ बोल रही हो, उसका कोई मायने नहीं है. हम सिर्फ इसलिए कह रहे हैं कि तुम सुनो. अरे क्या हो जाता है अगर हम जो कह रहे हैं उसको सुनते हैं, क्या होता है यदि आप सुनने के लिए तैयार नहीं हैं, हम आपको सुनाएंगे.

समय आने पर  देंगे जवाब

नीतीश कुमार ने आगे  कहा है कि केंद्र सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ-साथ कई तरह से मदद करना शुरू कर दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र के द्वारा हमे अतिरिक्त मदद भी दी जा रही है. केंद्र सभी ऐसे काम करेगा, जैसा लोग चाहें. नीतीश कुमार ने कहा कि कल की गतिविधियों का जवाब मिल गया है और आज के हंगामे का कोई मतलब नहीं है.  बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए याचिका दाखिल की थी और केंद्र से भी निर्देश मिला था कि वह इसे 9वीं अनुसूची में शामिल करें.

2 बजे  तक सदन स्थगित 

इस समय में विपक्ष ने आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाई और नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे लगाने लगे. मुख्यमंत्री के बोलने के दौरान विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे, जिसपर मुख्यमंत्री उखड़ गए और खुद खड़े होकार हाय-हाय का नारा लगाने लगे. हंगामा बढ़ता देख सदन के अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.