पाकुड़(PAKUR):पाकुड़ के अमड़ापाड़ा (जाड़ाकी पंचायत) सेवा और स्वच्छता के संकल्प के साथ ताला टोला गाँव में जब ग्रामीणों ने वर्षों पुराने कुएं की सफाई का बीड़ा उठाया, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह अभियान एक दर्दनाक हादसे में बदल जाएगा.गाँव के 45 वर्षीय लुकुश किस्कू अपने कुछ साथियों के साथ 90 के दशक में बने पत्थरों के बाउंड्री वाले एक पुराने कुएं की सफाई में जुटे थे. जैसे ही वह कुएं के अंदर उतरे, अचानक कुएं की दीवार का एक हिस्सा ढह गया और भारी पत्थरों के नीचे लुकुश दब गए.घटना स्थल पर मौजूद ग्रामीण स्तब्ध रह गए, महिलाओं की चीख-पुकार गूंज उठी.

सात घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों ने बिना देर किए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.लगभग सात घंटे के अथक प्रयासों के बाद जेसीबी की मदद से मलबे को हटाकर लुकुश को बाहर निकाला गया. उनकी हालत नाजुक थी, पर उम्मीद ज़िंदा थी.

लुकुश किस्कू का इलाज अमड़ापाड़ा CHC में चल रहा है

फिलहाल लुकुश किस्कू का इलाज अमड़ापाड़ा CHC में चल रहा है,इस पूरी घटना ने यह दिखा दिया कि ग्रामीण एकजुट होकर जब कोई कार्य करते हैं, तो विपत्तियों से भी लड़ सकते है.लेकिन यह भी एक चेतावनी है.पुराने संरचनाओं की मरम्मत और जांच समय रहते हो, ताकि ऐसे हादसे दोहराए न जाएं.

रिपोर्ट-नंदकिशोर मंडल