रांची(RANCHI): राजधानी के ग्रामीण इलाकों में PLFI और TSPC उग्रवादी संगठन के उग्रवादी अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए बीच-बीच में किसी ना किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं. कभी किसी ट्रक को आग के हवाले किया जाता है तो कभी क्रसर में आगजनी और तोड़फोड़ कर रंगदारी की मांग की जाती है. आज भी उग्रवादियों की मंशा कुछ इसी प्रकार के आपराधिक वारदात को अंजाम देने की थी. उग्रवादियों का एक दस्ता पिठोरिया थाना क्षेत्र के मुरैठा में एकत्रित हुआ था. लेकिन एन वक्त पर इसकी भनक पुलिस को लग गयी, जिसके बाद ग्रामीण पुलिस अधीक्षक, रांची के नेतृत्व में QRT को शामिल करते हुए PLFI का एक उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि जंगल और अंधेरा का लाभ उठा कर उग्रवादी भागने में सफल रहे.
अब जंगी App से होती है संगठन में बात
मामले की जानकारी देते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादी सूरज PLFI का एरिया कमांडर है. इसका सबजोनल कृष्णा यादव है. पुलिस को कई मामलों में इसकी तलाश थी. इससे पहले भी पिपरवार थाना क्षेत्र में एक आगजनी के मामले में वह जेल जा चुका है, जेल से निकलने के बाद एक बार फिर से संगठन में सक्रिय होकर आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा. एक मार्च को पिठोरीया थाना क्षेत्र में हुए क्रसर में आगजनी में भी इसकी अहम भूमिका था. कारोबार से जुड़े लोगों को धमकी देकर लेवे की मांग कर रहा था. पूछताछ के दौरान कई जानकारी PLFI उग्रवादियों के बारे में मिली है. पुलिस का दावा है कि वह जंगी App के जरिए अपने जॉनल कमांडर से बात करता था. साथ ही रंगदारी के लिए कॉल करते वक्त भी इसी मोबाईल एप्लीकेशन का इस्तेमाल करता था. यह ऐसा मोबाईल एप है जिसे ट्रेस करना मुश्किल होता है. अब पुलिस इस एप की पूरी जानकारी जुटाने में लगी हुई है, पुलिस इस बात से भी परेशान है कि आखिर कैसे एक बैगर वेरीफाईड मोबाईल एप के इसका संचालन किया जा रहा है. पुलिस का दावा है कि इस एप को बैन करने के लिए टेलिकॉम विभाग और गृह विभाग को भी इसकी जानकारी दी जाएगी. जिससे इसके इस्तेमाल पर रोक लगाया जा सके. गिरफ्तार उग्रवादी के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, लोडेड मैगजीन 02, जिंदा कारतूस 5.56 दस पीस,मोबाईल 02,नक्सली पर्चा,बिग 01 और अन्य समान बरामद किया है.
आप इसे भी पढ़ सकते हैं
Recent Comments