Tnp desk : 1 जून से कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है जिसका सीधा असर आपकी जेब पर देखने को मिलेगा. 1 जून से कई फाइनेंशियल और यूजर सर्विस से जुड़े नियम बदलेंगे. इसमें बैंक एफडी, एलपीजी गैस, क्रेडिट कार्ड ,आधार अपडेट से लेकर एटीएम और म्युचुअल फंड तक के बदलाव शामिल हैं. आईए जानते हैं विस्तार से की किन-किन नियमों में क्या-क्या बदलाव होने जा रहा है 

1. EPFO 3.0 होगा लॉन्च 

1 जून से सरकार ईपीएफओ का नया वर्जन ईपीएफओ 3.0 लॉन्च कर रही है. इसके लॉन्‍च होने के बाद आपका पीएफ क्‍लेम बहुत ही आसान हो जाएगा. और आप आसानी से अपने पीएफ का पैसा निकाल पाएंगे. साथी आप एटीएम और यूपीआई से आसानी से इस पैसे की निकासी भी कर पाएंगे .

2. LPG सिलेंडर के दाम में बदलाव

हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर के दामों में भी बदलाव होता है. इसी तरह 1 जून को घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ या घट सकते हैं. इसका सीधा असर भी आपकी जब पर देखने को मिलेगा.

3. फ्री में आधार अपडेट कराने की डेडलाइन होगी खत्म

अगर अब आपने अभी तक अपना आधार कार्ड अपडेट नहीं करवाया है तो उसे फ्री में अपडेट करवाने की तारीख 14 जून तक है. 14 जून के बाद आप फ्री में अपना आधार कार्ड अपडेट नहीं करा पाएंगे. इसके लिए फिर आपको चार्ज देना होगा.

4. ATM ट्रांजैक्शन चार्ज में बढ़ोतरी 

जून से एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट पर भी प्रतिबंध लगा सकता है. जो लोग बार-बार ATM से कैश निकालते हैं नियम लागू होने के बाद उनकी जेब पर इसका असर पड़ेगा .

5. क्रेडिट कार्ड चार्ज में बदलाव

अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए परेशानी हो सकती है क्योंकि 1 जून से बैंक के ज्यादातर क्रेडिट कार्ड पर मंथली फाइनेंस चार्ज में वृद्धि हो सकता है. खासकर अगर आप कोटक महिंद्रा बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो इसके रिवॉर्ड पॉइंट की लिमिट भी तय की जा सकती है. साथी ऑटो डेबिट फेल होने पर बैंक की ओर से दो फ़ीसदी का बाउंस चार्ज लग सकता है.

6.CNG-PNG और ATF की कीमत में बदलाव

1 जून से सीएनजी-पीएनजी और एटीएफ के दाम में भी बदलाव हो सकता है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों के साथ ही ATF के दामों में भी बदलाव करती हैं. इसलिए जून की शुरुआत में इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है. 

7.UPI ट्रांजैक्शन  में बदलाव 

1जून से UPI ट्रांजैक्शन में अब असली रिसीवर का नाम दिखेगा. NPCI ने इसके लिएनया नियम लागू किया है. जिसके तहत UPI पेमेंट करते वक्त यूज़र को असली रिसीवर का बैंकिंग नाम ही दिखेगा. QR कोड या एडिट किए गए नाम अब नहीं दिखेंगे.