रांची(RANCHI): दिल्ली के तर्ज पर अब राजधानी रांची भी उसी राह पर चल पड़ी है, पर तरक्की मामलों में नहीं बल्कि अपराध के मामलों में. दरअसल बीते दिनों ही झारखंड के जमशेदपुर और रांची के इलाके से कुछ विडिओ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए है, और दोनों ही वीडियो कानून व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं की क्या अब लोगों के मन में कानून के प्रति डर खत्म हो चुका है, और क्या इन अफसरों को इनकी वर्दी इतना हक देती है की वह लोगों के साथ किसी भी तरह की मनमानी कर सके? कुछ दिनों पहले ही जमशेदपुर से ट्रैफ़िक पुलिस की मनमानी का विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें हमनें ये देखा की कभी ट्रैफ़िक पुलिस ट्रक चालकों से मनमानी करते हुए पैसे वसूल रहे हैं, तो कभी मनमाने तरीके से लोगों से जोर जबरदस्ती कर उनसे बदसलूकी कर रहे हैं. 

वहीं ताज़ा मामला बीते सोमवार को रांची के कटहल मोड़ इलाके से देखने को मिला जहां  ट्रैफ़िक पुलिस और सिपाहियों के साथ ऑटो चालक भीड़ गए थे. इस भिड़त में ऑटो चालक ने एक बड़ी ईट से ट्रैफ़िक पोस्ट पर तैनात सिपाही के सर पर वार किया था, जिसके बाद उन्हें पहले इलाज के रिंची अस्पताल और फिर वहाँ से बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया था. इस घटना के बाद लगतार अपराधियों के गिरफ़्तारी की मांग की जा रही थी, लेकिन अब  घटना को बीते करीबन 24 घंट से ज्यादा हो चुके है, उसके बावजूद भी अबतक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है. ऐसे में सवाल उठता है प्रसाशन पर की क्या हमारी कानून व्यवस्था और प्रसाशन, राज्य में चैन बहाल करने में कोई गलती तो नहीं कर रहे? या यूं कहे की अब लोगों के मन में प्रसाशन और पुलिस के प्रति डर खत्म हो गया है. हालाँकि घटना के बाद मामले का संज्ञान डीजीपी अनुराग गुप्ता ने लिया था और उसके बाद उन्होंने ससपी चंदन सिन्हा को जल्द से जल्द मामले की कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं. वहीं मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम का भी गठन किया गया है, और स्पेशल टीम आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.