रांची(RANCHI): बिरसा मुंडा कारागार में बंद झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार ने अब जमानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. राजीव कुमार ने इससे पहले ईडी कोर्ट में 30 सितंबर को जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया था. ईडी ने 11 अगस्त को राजीव कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया था और मनी लोंडरिंग के मामले में जांच कर रही है. ईडी ने 17 अगस्त को कोलकाता कोर्ट से राजीव कुमार को रिमांड पर लिया था. राजीव कुमार को कोलकाता की नीचली अदालत से बेल मिल चुकी है.
बता दे कि 31 जुलाई को अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस ने हैरिस स्ट्रीट इलाके से 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था. अधिवक्ता राजीव कुमार के खिलाफ कारोबारी अमित अग्रवाल ने एक पीआईएल दाखिल किया था. जिसे वापस लेने के लिए अधिवक्ता ने एक करोड़ रुपये की डिमांड की थी. एड्वान्स राशि के रूप में अधिवक्ता को 50 लाख रुपये दिए गए थे.
कौन है अधिवक्ता राजीव कुमार
अधिवकता राजीव कुमार झारखंड हाई कोर्ट के वरिष्ट वकील है. वह झारखंड में पीआईएल मैन के नाम से भी जाने जाते है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खनन लीज मामले में भी राजीव कुमार ने ही हाई कोर्ट में पीआईएल दाखिल किया था. इसके अलावा कई चर्चित मामलों में पीआईएल कर चुके है. फिलहाल राजीव कुमार बिरसा मुंडा कारागार में बंद है. अब हाई कोर्ट क्या फैसला सुनाएगा, यह आने वाले वक्त में पता चलेगा.

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