रांची(RANCHI): झारखंड में साल 2022 के लिए चुने गए उत्कृष्ट विधायक विनोद सिंह को आज झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस के कार्यक्रम के मौके पर सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे तीसरे कार्यकाल में हुए कामों का रेखांकित करने का काम किया गया. उन्होंने कहा कि सदन के बाहर और अंदर दोनों जगह जो लोग अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं, वह हमसे बेहतर हैं.

लोकतंत्र की पहली प्रक्रिया जटिल होती जा रही

विधायक ने कहा कि लोकतंत्र की पहली प्रक्रिया जटिल होती जा रही है. आज कोई समान व्यक्ति कम साधनों में अपनी जनता के मुद्दों को मुखर होकर उठा रहा है इसके लिए मैं अपनी जनता को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने कमजोर व्यक्ति को विधयक बनाया.

विधानसभा के पहले अनुभव को किया साझा

उन्होंने कहा कि विधानसभा में मुझे जब पहली बार मौका मिला था. उस वक्त घाटशिला में ऐसे गरीब निर्दोष आदिवासी को जेल भेज दिया गया था. इस मामले को जब मैंने विधानसभा में उठाया था तब सोच रहा था कि कैसे इस मामले को उठाऊंगा. लेकिन सदन के सभी साथी और कर्मचारियों के सहयोग से अबतक अपने सवालों को उठा पाता हूं.

पत्रकार को किया धन्यवाद

उन्होंने पत्रकार को भी धन्यवाद दिया कि जिस तरह से ग्राउंड पर जाकर किसी निर्दोष पर जुल्म होता है, किसी निर्दोष को पुलिस गोली मार देती है, वैसे मुद्दे को निडर होकर सभी के सामने लाते है, उसके लिए पत्रकार को भी धन्यवाद देता हूं. हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और मजबूत करने की जरूरत है. कई संस्था तो लोकतांत्रिक है लेकिन उसे और मजबूत करने की जरूरत है.

सदन से जनता को काफी उम्मीद 

उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र जब चलता है तब जनता को उम्मीद रहती है कि उनके मुद्दों को सदन में उनके नेता उठाएंगे. उन्होंने कहा कि मैंने शुरू से शासन प्रशासन के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाया है. इसके बावजूद लोकतंत्र की खूबसूरती है कि इस में उन्हें प्रशासन का भी पूरा साथ मिलता है, जहां जरूरत होती है.

धनबाद गोलीकांड पर भी कहा

उन्होंने धनबाद के बाघमारा में गोली चलाने मामले में कहा कि आखिर हमेशा  गरीब और आम लोग मारे जाते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्हें जो राशि सम्मान में मिली है उसे अपने विधानसभा के कॉलेज में किताब खरीदने के लिए देंगे.

रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची