रांची(RANCHI): केंद्र और राज्य सरकार बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का नारा देती है. कई योजनाएं सरकार बेटियों के उत्थान के लिए चला रही है. लेकिन इन सब दावों के बीच धनबाद की एक बेटी की कहानी सामने आई है जो खुद मजदूरी कर अपनी पढ़ाई पूरी करने में लगी है. वह दिन में मजदूरी करती है तो शाम में पढ़ने जाती है. इस बेटी की लगन देख चारों ओर लोग इसकी सराहना कर रहे हैं. अमेरिका का डिजिटल चैनल इंसाइडर न्यूज ने धनबाद की बेटी रिंकी पर एक शॉर्ट डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाई है. जिसमें रिंकी के जीवन की पूरी दास्तान है. इसे यूट्यूब और फेसबुक पर लोग पसंद कर रहे हैं.
झरिया के लिलोरी पथरा की रहने वाली रिंकी कुमारी का एक डॉक्यूमेंट्री वीडियो यूट्यूब पर काफी चर्चित हो रहा है. 10 दिनों के अंदर उक्त वीडियो के दर्शक 5,77,300 से अधिक हो गए हैं. जबकि सैकड़ों लोगों ने उस वीडियो पर कमेंट भी किए हैं. करीब 9400 लोगों ने वीडियो को लाइक भी किया है. रिंकी कुमारी झरिया के कोलफील्ड चिल्ड्रन क्लासेस की छात्रा है.
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रिंकी झरिया की लिलोरी पथरा निवासी महेंद्र पंडित और पासो देवी की पुत्री है. वह तीन बहनों में छोटी है. पढ़ने की लालसा इस कदर जगी कि पढ़ाई का खर्च पूरा करने के लिए वह रोज कोयला चुनने का काम करती है. कोयले से जो आमदनी होती है वह अपनी पढ़ाई और परिवार पर भी खर्च करती है. कहती है कि मजबूरी में कोयला काटने और चुनने का काम वह कर रही है. जिस दिन नौकरी लग जाएगी उस दिन सब कुछ ठीक हो जाएगा.

बताते हैं कि अमेरिका न्यूज चैनल इंसाइडर न्यूज (बिजनेस इंसाइडर) ने रिंकी कुमारी पर डॉक्यूमेंट्री वीडियो बनाया था. जिसे न्यूयार्क से 13 सितंबर को यूट्यूब पर अपलोड किया है. दुनिया भर के लोग इसकी प्रशंसा कर रहे हैं. रिंकी के मेहनती और वास्तविक जिंदगी सहज, सरल और बलिष्ठ वार्तालाप की वीडियो डॉक्यूमेंट्री काफी लोकप्रिय हो गई है. 17 साल की रिंकी कुमारी ने डीएवी स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई और जेएसएम डीएवी कॉलेज भागा से आइकॉम की पढ़ाई की है. जेएसएम डीएवी कॉलेज भागा के छात्रों का रिजल्ट रुका हुआ था. जिसके कारण वह स्नातक में नामांकन नहीं ले पा रही थी. शुक्रवार को रिजल्ट जारी हुआ तो वह प्रथम श्रेणी से पास घोषित की गई हैं.

स्नातक कर नौकरी करना चाहती है रिंकी
रिंकी कुमारी हिंदी ऑनर्स लेकर आरएसपी कॉलेज से पढ़ना चाहती है. रिंकी कुमारी के शिक्षक पिनाकी राय ने कहा कि रिजल्ट शुक्रवार को क्लियर हो गया. वह स्नातक करेगी. कंप्यूटर, पेटिंग, साइकिल राइडिंग में भी रिंकी दक्ष है. रिंकी कुमारी की मां भी कोयला चुनने का काम करती है. ताकि घर परिवार चल सके. रिंकी कुमारी कहती है कि अगर कोयला नहीं चुनेंगे तो पढ़ाई का खर्च नहीं आएगा. घर नहीं चलेगा, मजबूरी है दूसरा कोई धंधा है नहीं. कौन अपनी जान जोखिम में डालकर इस गर्मी, धूप, आग, धुआं के बीच यह काम करना चाहेगा.


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