रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस के कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने भी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले उत्कृष्ट विधायक विनोद सिंह और कर्मियों को बधाई दिया. उन्होंने कहा कि हमें आजादी तो मिली और उसके बाद संविधान की रचना हुई. इस संविधान के तहत सभी जाति-धर्म के लोगों को बराबर का हक मिला. इसके बाद विधायकों को चुनने का अधिकार जनता को दिया गया. इसी संविधान के तहत जनता के द्वरा चुने जाने के बाद उनके काम को सदन में उठाते हैं.

अब सदन में सिर्फ हंगामा

उन्होंने कहा कि जब इंद्र सिंह नामधारी स्पीकर थे. उस समय पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी बात रखते थे. लेकिन अब जिस राह पर जा रहे हैं सिर्फ सदन में हंगामा और आलोचना की जा रही है. ऐसे में जनता के मुद्दे भी सदन में ठीक से नहीं उठ पा रहा है, इस राह को हमें बदलना होगा.

पंडित नेहरू का किया जिक्र

उन्होंने कहा कि 1952 में जब आम चुनाव हुए था, तब पंडित जी ने विरोधी को भी अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था. उनका साफ कहना था कि विपक्ष की भी आवाज़ उठनी चाहिए.

रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची