रांची (RANCHI) : झारखंड विधानसभा आज अपना 22 वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस अवसर पर विधानसभा में सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता है. इस दिन राज्य के उत्कृष्ट विधायक को सम्मानित किए जाने की परंपरा है. इसके साथ ही स्थापना दिवस के कार्यक्रम में झारखंड विधानसभा के हर श्रेणी के एक कर्मचारी को भी उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा. समारोह का उद्घाटन राज्यपाल रमेश बेस ने किया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि के रुप में विधानसभा में मौजूद रहें.

इन कार्यक्रमों का आयोजन

झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में स्पीकर रविंद्र नाथ महतो द्वारा रचित पुस्तक संसदीय दायित्व के 3 वर्ष का लोकार्पण किया जाएगा. विधानसभा स्थापना समारोह अगले 3 दिनों तक चलेगा.23 को सांस्कृतिक कार्यक्रम और डॉक्टर कुमार विश्वास का काव्य पाठ होगा और 23 की शाम को मुकुंद नायक और मधु मंसूरी की टीम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों की तारीफ बटोरेगी. वहीं 24 नवंबर को छात्र संसद का आयोजन किया. इन 10 दिनों के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र सम्मेलन का भी आयोजन होगा. इसमें नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ रांची और पीआरएस लेजिसलेटिव, रिसर्च पीआरएस द्वारा संयुक्त रूप से सम्मेलन का आयोजन होगा. इसमें देशभर के विधिक और संसदीय विशेषज्ञ शामिल होने पहुंचेंगे और  दस अलग-अलग विषयों पर देशभर के विशेषज्ञ चर्चा करेंगे.

साल 2000 से चली आ रही है विधानसभा की ये परंपरा

झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस समारोह के मौके पर प्रत्येक वर्ष एक उत्कृष्ट विधायक का चयन कर उसे सम्मानित किए जाने की परंपरा है. हर साल उत्कृष्ट कार्यों के लिए किसी एक विधायक को सम्मानित किया जाता है. इस चयन के लिए उत्कृष्ट विधायक चयन समिति का गठन होता है, जो हर बिंदु पर विचार करने के बाद इस सम्मान के लिए उचित विधायक का चयन करते हैं. इस साल झारखंड विधानसभा ने  झारखंड के बगोदर विधानसभा से माले विधायक विनोद सिंह को झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में हुई बैठक में उत्कृष्ट विधायक चुना है. विधायक को आज झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्हें बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक सम्मान के रूप में एक प्रशस्ति पत्र, नगद राशि, स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित  किया गया. 

इसी दिन पहली बार अस्तित्व में आया था झारखंड विधानसभा

15 नवंबर 2000 को झारखंड राज्य एक अलग राज्य के रुप में अस्तित्व में आया था. जिसके बाद 22 नवंबर 2000 को झारखंड विधानसभा स्थाई हुआ. इस समय पांचवीं विधानसभा का कार्यकाल चल रहा है. बता दें कि पहली विधानसभा के सभी सदस्य बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे जब झारखंड एक अलग राज्य बना तो 81 सदस्यीय विधानसभा का गठन हुआ.

जानिए झारखंड विधानसभा का इतिहास

22 नवंबर 2000 -  पहले विधानसभा का गठन 
2 मार्च 2005 -  दूसरी विधानसभा  गठन 
2009 - तीसरे विधानसभा का गठन
2014 - चौथे विधानसभा का गठन
2019 - पांचवे विधानसभा का गठन

2014 में झारखंड के चुनावी और राजनीतिक इतिहास में पहला मौका रहा जब किसी विधानसभा ने अपना कार्यालय पूरा किया था. वहीं बात 2019 की करें तो इस साल विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की सरकार बनी जिसमें झामुमो, कांग्रेस और राजद शामिल हैं.