रांची(RANCHI): लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर 11 अक्टूबर 2022 को भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन की अगुआई निर्दलीय विधायक सरयू राय ने की. हर वर्ष जेपी को उनके जन्मदिन पर याद किया जाता था, पर इस वर्ष अलग तरीके से याद किया गया. इस वर्ष राजधानी रांची स्थित बैंक्विट हॉल में भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन रखा गया, जिसमे राज्य भर के तमाम भ्रष्टाचार विरोधी लोग और कई आरटीआई एक्टिविस्ट पहुंचे, सरयू राय ने इस बारे में कहा कि हर वर्ष जेपी को याद करते हैं लेकिन इस वर्ष अलग तरीके से याद कर रहे हैं. 

मिस्ड कॉल के जरिए कई लोग जुड़े इस अभियान से

दुर्गापूजा के समय हीं इस अभियान की ब्लू प्रिंट तैयार कर ली गई थी. मिस्ड कॉल के लिए एक नंबर जारी किया गया था. उस नंबर पर 500 से अधिक कॉल आए और रजिस्ट्रेशन कराया, उसके बाद सभी को रांची बुलाया गया. सभी ने इस मंच से जुड़कर भ्रष्ट्राचार के खिलाफ आवाज़ उठाकर प्रदेश ही नहीं देश को इस अभिशाप से मुक्त कराने का संकल्प लिया. 

जेपी ने भ्रष्टाचार से मुक्त भारत की परिकल्पना की थी

आज के परिपेक्ष्य में जेपी के विचार और भी प्रासंगिक हैं, जब राजनीतिक भ्रष्टाचार चरम पर है. ऐसे समय में समाज में हो रही गिरावट को रोकने के लिए भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज देने की आवश्यकता है.

इस सम्मेलन का उद्देश्य

1. झारखंड में व्यवस्था परिवर्तन के लिए संगठन संगठित प्रयास समय की मांग

2. व्यवस्था पर काबिज भ्रष्टाचार का उन्मूलन राज्य के त्वरित विकास के लिए निहायत जरूरी

3. भ्रष्टाचार उन्मूलन जन दबाव जन शिक्षण और जन आंदोलन के बिना संभव नहीं

4. व्यवस्था की कमियों को उजागर करना और इसके खिलाफ आवाज बुलंद करना व्यवस्था में परिवर्तन की पहली शर्त

5. व्यवस्था में परिवर्तन निरंतर चलने वाली प्रक्रिया जिससे जेपी ने सतत क्रांति /संपूर्ण क्रांति कहा

6. सिटीजन चार्टर सभी सरकारी कार्यालयों के सामने लगाया जाए.

7. सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन स्थल पर प्रक्कलित राशि, संवेदक का नाम, और कार्य पूरा होने की का उल्लेख किया जाए.

8. काला धन पर नियंत्रण के बिना भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना संभव नहीं है, इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे.