दुमका(DUMKA): 24 अक्टूबर को दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र के धावाटॉड गांव के समीप एलपीजी टैंकर ने सड़क किनारे खड़ी बस में ठोकर मार दी थी. घटना के बाद टैंकर पलट गया, उसमें आग लग गयी और विस्फोट हो गया. इस घटना में टैंकर के साथ-साथ 3 बसें भी जलकर राख हो गई थी और घटनास्थल के समीप एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था. जिसकी पहचान टैंकर चालक के रूप में हुई थी. इस घटना की भयावह तस्वीर समय बीतने के साथ-साथ अब सामने आने लगी है. टैंकर विस्फोट मामले में घटनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर के रेडियस में रहने वाले लोग प्रभावित हुए. धावाटॉड और उसके आसपास के लगभग दो दर्जन ग्रामीण जो अपने अपने घरों में थे झुलस गए और कुछ घरों में आग भी लग गई.
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया गया भर्ती
बता दें कि उस वक्त सभी को सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया और प्राथमिक उपचार के बाद 3 मरीज को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जबकि बाकी को घर भेज दिया गया. घर भेजे गए मरीजों का मर्ज जब बढ़ने लगा तो स्थानीय विधायक प्रदीप यादव की पहल पर 18 मरीज को कल देर रात दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया.
विधायक प्रदीप यादव फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने इस मामले में कल रात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को दुमका भेजने का अनुरोध किया. खुद विधायक प्रदीप यादव फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर सभी झुलसे हुए मरीजों से मुलाकात की. उनका हाल चाल जाना और बेहतर इलाज का भरोसा दिया. विधायक ने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार काफी गंभीर है.
रिम्स से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम पहुंची दुमका
बता दें कि सीएम के निर्देश पर रिम्स से विशेषज्ञ डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम हेलीकॉप्टर से आज दुमका पहुंची. फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर वहां भर्ती 20 मरीजों की जांच की. मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर ने कहा कि 4 मरीज को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया जाएगा, 6 मरीज का फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही इलाज चलेगा जबकि 10 मरीज को घर भेज दिया जाएगा.
4 मरीज को बेहतर इलाज के लिए भेजा गया रिम्स
घटना जितनी भयावह थी उस वक्त ना तो लोगों को और ना ही प्रशासन को इसकी भयावहता का अंदाजा लगा, लेकिन जब घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर के लोग इसकी चपेट में आए और सभी इलाज के लिए सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तब जाकर इसकी भयावहता की तस्वीर सामने आई. सरकार ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए ना केवल विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम दुमका भेजी बल्कि 4 मरीज को बेहतर इलाज के लिए रिम्स भी रेफर किया गया.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका

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