टीएनपी डेस्क(TNP DESK): नवंबर महीने से पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में वृद्धि हो सकती है. इसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए. वजह स्पष्ट है ओपेक प्लस देशों ने नवंबर महीने से 2 लाख बैरल कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने का फैसला लिया है. यह फैसला ब्याज दर में बढ़ोतरी को लेकर है. अंतरराष्ट्रीय क्रूड आयल बाजार में कीमतों की अनिश्चितता को लेकर भी यह निर्णय हुआ है. ओपेक प्लस देशों के मंत्रियों की आस्ट्रिया में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इससे भारत में पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में वृद्धि हो सकते हैं, क्योंकि कच्चे तेल का आयात महंगा हो जाएगा.अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ओपेक प्लस देशों के इस निर्णय पर चिंता जताई है और कहा है कि यह फैसला अदूरदर्शी है.

कच्चे तेल के दाम में इधर उछाल आया है

वैसे कुछ जानकारों का कहना है कि ओपेक प्लस देश पहले से ही कोटा पूरा नहीं कर पा रहे हैं. कच्चे तेल के दाम में इधर उछाल आया है. क्रूड का भाव 2.25 फीसदी से बढ़कर 93.76 डालर प्रति बैरल हो गया है, वहीं डब्ल्यू टी आई कूट की कीमत में भी वृद्धि हुई है.