TNP DESK: इस महीने की आखिरी पूर्णिमा यानि आज एक अद्भुत दृश्य दिखाई देगा ,जो एक विशेष खगोलीय घटना है.आपको बताए यह दृश्य तब देखने को मिलती है जब चंद्रमा अपनी कक्षा के चरम पर होता है और क्षितिज के करीब दिखाई देता है.वैसे तो नाम सुना कर मीठा लगता है , लेकिन इस दिन चांद बहुत नीचे और थोड़ा लाल रंग का दिखाई देगा, इसी वजह से ये Strawberry Moon कहलाता है.

क्यों कहते है'Strawberry Moon'?

वैसे तो आम लोग इससे Strawberry Moon ऐसे ही कह देते है . लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि यह नाम नॉर्थ अमेरिका की आदिवासी परंपराओं से लिया गया है . वही के आदिवासी लोगों के अनुसार अमेरिका में इसी समय में जंगली स्ट्रॉबेरी पककर तैयार होती थीं.अतः जून की पूर्णिमा को ‘Strawberry Moon’ कहा जाता है,ध्यान देने वाली बात ये है कि इसका गुलाबी रंग से कोई संबंध नहीं है.

क्यों है खास 2025 का Strawberry Moon

पूरे भारत में Strawberry Moon आज शाम करीब 6:44 बजे से ये अदभुत दृश्य दिखाई देना शुरू होगा और रात 8:45 बजे के बाद अपने पूर्ण आकार में चमकेगा.यह पूर्णिमा चंद्रमा के दिन की 16 कलाओं से पूर्ण होती है और पृथ्वी बहुत के करीब होती है, जिससे इसका खगोलीय प्रभाव और ऐसे रंग का दिखाई देता है.आज शाम साफ और खुले आकाश में लोग इस सुंदर और दुर्लभ नजारे का आनंद ले सकते हैं. 

फोटोग्राफी करने के लिए ध्यान में रखे ये बाते 

आज सूर्यास्त के तुरंत बाद क्षितिज पर चंद्रमा उदय के समय मौका न चूकें.आपको एकदम साफ और बिना रोशनी का क्षेत्र चुनना होगा.आप इसके लिए ट्राइपॉड, मैनुअल कैमरा सेटिंग्स और दूरबीन से और भी खूबसूरत फोटो ले सकते है.