धनबाद (DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया में अब प्रॉफिट लिंक्ड बोनस  मिल सकता है. हालांकि इस पर चर्चा मंगलवार को मानकीकरण समिति की बैठक में हो सकती है. बता दें कि कोल इंडिया मैनेजमेंट ने प्रॉफिट लिंक्ड बोनस की स्कीम तैयार किया है. कंपनी अब प्रॉफिट लिंक्ड बोनस स्कीम को लागू करना चाहती है. 3 जून को कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक में इस स्कीम पर यूनियन नेताओं के साथ चर्चा होगी. सूत्रों के अनुसार यूनियन नेता इसका विरोध कर सकते हैं और प्रॉफिट लिंक के बजाय प्रोडक्शन लिंक्ड बोनस की मांग कर सकते है. 

यूनियन नेता कर सकते है विरोध 

यूनियन नेताओं का कहना है कि प्रॉफिट लिंक्ड  बोनस से नुकसान हो सकता है.  लेकिन अगर प्रोडक्शन लिंक्ड बोनस  पर निर्णय हो, तो अच्छा होगा.  क्योंकि कोयला उत्पादन में वृद्धि का ही ट्रेंड  देखने को मिल रहा है. कहा जा रहा है कि 2024 में बोनस भुगतान की बैठक में पहली बार मैनेजमेंट ने प्रॉफिट लिंक्ड  बोनस स्कीम की चर्चा की थी.  उस समय यह स्कीम कागज पर अधूरी थी. कोल इंडिया मैनेजमेंट चाहता है कि दुर्गा पूजा के बोनस के पहले प्रॉफिट लिंक्ड  बोनस पर निर्णय हो जाए.  जिस वजह से दुर्गा पूजा बोनस की बैठक में कोई जिच  पैदा नहीं हो. 

बोनस का निर्णय आपसी बैठक में होता रहा है 
 
अब तक के नियम के हिसाब से बोनस भुगतान का निर्णय  मैनेजमेंट और यूनियन के बीच बातचीत पर होता रहा है. मानकीकरण समिति की मंगलवार को होने वाली बैठक में आधा दर्जन प्रमुख एजेंडे  पर चर्चा होने वाली है. इनमें एक सेवानिवृत्ति पर मिलने वाला भत्ता  भी है. यह ₹12000 मिलता है. इसमें वृद्धि की मांग होती रही है. अनुकंपा के आधार पर नियोजन पर भी बात हो सकती है.  बैठक में कोल इंडिया सहित सभी सहायक  कंपनियों के निदेशक (कार्मिक) मौजूद रहेंगे, यूनियन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो