धनबाद (DHANBAD) : धनबाद आईआईटी-आइएसएम के 96 साल पूरे होने पर   नौ दिसंबर को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोविड काल को देखते हुए इस बार कार्यक्रम बहुत भव्य नहीं किया जा रहा है. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आईआईटी धनबाद गवर्नमेंट बॉडी के चेयरमैन प्रोफेसर प्रेम व्रत ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित किया और नई शिक्षा नीति के चुनौतियों और अवसर पर अपने विचार रखा. कार्यक्रम में देश -विदेश के वैज्ञानिकों में शुमार 28 शिक्षकों को सम्मानित किया गया. साथ ही सरकार की ज़रूरत के लिए "हिम्मत एप्प" तैयार करने वाले IIT-ISM के छात्र भव्य जैन और आकाश महापात्र को उनके इनोवेशन के लिए सम्मानित किया गया. वहीं स्टेनफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के द्वारा जारी की गई दुनिया के दो प्रतिशत सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक में शुमार आईएसएम के पर्यावरण विभाग के प्रोफेसर गुरुदीप सिंह ने बताया कि आईएसएम का इतिहास उपलब्धियों से भरी रहीं है. हम हर समस्या का समाधान तकनीक के जरिये ढूंढने की कोशिश करते हैं.

इस अवसर पर IIT-ISM के अलुम्नाइ ने किया आर्थिक सहयोग

धनबाद के IIT-ISM के कई छात्र आज विश्व भर में बड़े-बड़े पदों पर कार्यरत हैं. समय-समय पर यहां के छात्र कैम्पस में घूमने आते रहते हैं. नरेश वशिष्ट आईआईटी आईएसएम के पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के 1967 बैच के पास आउट छात्र हैं. अभी वह नॉर्थ अमेरिका चैप्टर के चेयरमैन है. उन्होंने संस्थान में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए 8.20 करोड़ रुपए का दान किया है. इस राशि से परिसर में 10000 वर्ग मीटर में एक प्रयोगशाला बनाई गई है. 

9 दिसंबर 1926 को स्थापित हुआ था आईआईटी-आईएसएम

आजादी के पहले 9 दिसंबर 1926 को धनबाद में स्थापित इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (अब आईआईटी आईएसएम) आज 96 साल का हो गया. इस दौरान संस्थान ने कई बदलाव देखे. सफर के साथ संस्थान की उपलब्धि भी बढ़ती गई. संस्थान की गिनती अभी सर्वोच्च इंजीनियरिंग कॉलेज में होती है. इनोवेशन के क्षेत्र में देश और दुनिया में यह बहुत बड़ा नाम बन गया है. इसके 28 शिक्षकों को दुनिया के श्रेष्ठ वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है. आईएसएम निदेशक प्रो. राजीव शेखर मानते हैं कि 2021-2022 सत्र आईआईटी-आईएसएम के लिए काफी बेहतर रहा. इस साल रैकिंग में काफी सुधार हुआ है. देशभर के संस्थानों की ओवरआल रैंकिंग में आईआईटी-आईएसएम 26वें स्थान पर रहा, जबकि इंजीनियरिंग संस्थानों में 11वां स्थान प्राप्त किया है. मैनेजमेंट विभाग को 30वां रैंक मिला है.

रिपोर्ट: अभिषेक कुमार सिंह, ब्युरो हेड(धनबाद)