गुमला (GUMLA) – झारखंड में हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरे होने के एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा की की गए घोषणा दो दिनों बाद भी लोगों के पल्ले नहीं पड़ रही है. लोगों का कहना है कि इस घोषणा से कोई राहत की उम्मीद नहीं. दरअसल सरकार ने बीपीएल रेखा से नीचे के लोगों को दस लीटर पेट्रोल तक 25 रुपए कम दर पर देने की बात कही.  योजना 26 जनवरी से लागू  होने की बात कही गई. इसके बाद से ही लोगों ने इस बात को लेकर सरकार पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिए हैं.

लोगों को बेवकूफ बनाने का काम

जिला के चेम्बर अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने लोगों को बेवकूफ बनाया है. उन्होंने कहा कि इससे बढ़ती महंगाई पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. वहीं व्यवसायी अमित महेश्वरी की माने तो सरकार को पेट्रोल पर लगने वाले राज्य सरकार के टैक्स में कमी करनी चाहिए. स्थानीय लोगों के अनुसार सरकार से लोगों को काफी उम्मीद थी. लेकिन सरकार ने लोगों की उम्मीदों को तोड़ने का काम किया है. स्थानीय लोगों की माने तो केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार को अपने हिस्से की मिलने वाली टैक्स पर कमी कर सभी लोगों को राहत देने की कोशिश करनी चाहिए थी. लेकिन सरकार उस दिशा में काम नहीं कर रही जिसके कारण लोगों को काफी दिक्क्त का सामना करना पड़ रहा है.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला