धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के कपड़ा कारोबारी आज सड़क पर हैं.  संघ के निर्देश पर दो  घंटे तक कारोबार बंद रखने के बाद काला बिल्ला लगाकर दुकानदारी कर रहे हैं और  सरकार के निर्णय का खुलकर विरोध कर रहे हैं.  कपड़े पर जीएसटी 5% से बढ़ा  कर 12% करने का कारोबारी विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह कपड़ा व्यवसाय को मारने की साजिश है.  छोटे छोटे दुकानदारों की दुकानदारी बंद कर सरकार पूंजीपतियों को मदद के लिए यह सब काम कर रही हैं.  

सूती कपड़े पहले से ही 30% महंगे

कारोबारी चिरंजी लाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान में सूती कपड़े पहले से ही 30% महंगे हो चुके हैं. ऊपर से जीएसटी 5 से बढ़ाकर 12% करने पर धंधा चौपट हो जाएगा.  हम लोग सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हैं.  सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि छोटे कारोबारियों को ध्यान में रखकर कोई निर्णय नहीं किया जा रहा है, नतीजा है कि कारोबारी परेशान हो रहे हैं.  खरीदार घटने से व्यवसाय चौपट हो रहा है.

पूंजी  डूबने का बढ़  गया है खतरा

पूंजी डूबने का खतरा मंडराने लगा है, वहीं प्रभात सुरोलिया  ने कहा कि कपड़ा व्यवसायी संघ के निर्णय के अनुसार आंदोलन किया जा रहा है.  सरकार टैक्स बढ़ा रही है लेकिन उसका असर व्यवसाय और गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोगों पर क्या पड़ेगा, इसका आकलन नहीं कर रही है.  बहुत सीधी बात है कि जो चीज महंगी होगी, उसका डिमांड घट जाएगा,  कपड़ा के ऊपर  12 परसेंट जीएसटी लग जाने से और महंगा हो जाएगा फिर खरीदार रहेंगे ही नहीं तो व्यवसाय कैसे चलेगा.  उन्होंने कहा कि आगे संघ का जो निर्देश मिलेगा, उसके अनुरूप आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी.

रिपोर्ट ; सत्यभूषण, धनबाद