धनबाद (DHANBAD) : धनबाद जिले में कोरोना की रफ्तार तेज हो रही है.  रविवार को 110 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. रिपोर्ट आने के बाद संक्रमित लोगों को इलाज के लिए कैथ लैब डेडीकेटेड केयर सेंटर में भर्ती कराया जा रहा है.  कई लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में भी रखा गया है, वैसे होम क्वॉरेंटाइन में रहने वालों की अनुमति लेने के लिए  बड़ी संख्या में आवेदन जमा किए गए हैं. धनबाद शहरी क्षेत्र में 65 संक्रमित मिले हैं. बैंक मोड में 7 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.  इसी तरह अन्य इलाकों में भी संक्रमित मिले हैं.  

रेलवे स्टेशन पर मिले 26 संक्रमित

सोमवार को विभिन्न जगहों से रेल के जरिए धनबाद आए लोगों में 26 संक्रमित मिले हैं. यह लोग अलग-अलग ट्रेनों से धनबाद स्टेशन पर उतरे थे.  रेलवे स्टेशन पर रैपिड एंटीजन कीट से जांच की गई और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.  जानकारी के अनुसार रेल यात्रियों में चार धनबाद के और  17 लोग बाहर के बताए गए हैं. इस वक्त जिले में कोरोना के कुल 230 एक्टिव केस हैं.

किशोरों का टीकाकरण शुरू

 धनबाद जिला में 15 से 18 साल के किशोर- किशोरियों को टीका लगाने का काम धनबाद में आज से शुरू हो गया. जिले के कुल 24 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान  शुरू हुआ है. बताया जाता है कि कुल 5100  किशोर- किशोरियों को टीका लगाने का लक्ष निर्धारित किया गया है.  

बीसीसीएल भी अलर्ट मोड पर

इधर महामारी को देखते हुए कोयला उत्पादन कंपनी बीसीसीएल भी अलर्ट मोड  में है. मीटिंग का दौर चल रहा है. जल्द ही कोई गाइडलाइन जारी की जा सकती है. आईआईटी आईएसएम भी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है.  कैंपस में पहुंच गए छात्रों को मेन गेट से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है, जबकि जो छात्र अभी घर से नहीं चले थे ,उन्हें घर में ही रहने के लिए सलाह दी गई है.  

IMA प्रदेश अध्यक्ष डॉ एके सिंह ने किया सीएम से आग्रह

इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन  के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर ए के सिंह ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना  के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह किया है. जानकारी के अनुसार कोरोना सक्रमितों  के इलाज के लिए सेंट्रल अस्पताल को फिर से शुरू करने की तैयारी चल रही है.  उपकरणों की जांच चल रही है.  बता दें कि सेंट्रल अस्पताल जिले का पहला डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल था.  मरीज़ की संख्या संख्या कम होने पर इसे अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया था. हालांकि मामले बढ़ने पर इसे कभी भी चालू किया जा सकता है.