देवघर (DEOGHAR) - अपनी जरूरतों के लिए विभिन्न रिमोट एक्सेस एप्प के माध्यम से ऑनलाइन कर्ज़ लेने वाले हो जाए सावधान. नहीं तो कर्ज़ लेने के चक्कर में बची खुची राशि भी आपके बैंक खाते से गायब हो सकती है. साइबर अपराधी इन दिनों लोन देने वाले विभिन्न एप्प पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं. ऐसे ही मामले में देवघर साइबर पुलिस ने मारगोमुण्डा और सारवां थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर छापेमारी अभियान चलाया. पुलिस ने छापेमारी के दौरान 5 शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया. साथ ही अपराधियों के पास से 10 मोबाइल, 24 सिम, 4 एटीएम कार्ड, 1 पासबुक, 1 मोरफो मशीन, 1 वोटर कार्ड और 1 पैन कार्ड बरामद किया है.

ऐसे करते हैं ठगी

इन अपराधियों द्वारा गूगल में लोन देने वाले एप्प के साइट पर जाकर बड़ी चालाकी से कस्टमर केयर पदाधिकारी के तौर पर अपना मोबाइल नंबर अंकित कर देते हैं. अंकित किए गए mobile number पर जब इस नंबर पर आप कॉल करेंगे तो आपको ये साइबर अपराधी अपनी मीठी मीठी बातों में फंसा लेंगे. उसके बाद आपसे आधार और पैन का डिटेल मंगवा कर ओटीपी प्राप्त करेंगे. फिर आपको लगेगा कि अब हमारे खाते में लोन की रकम आ जायेगी. लेकिन आपकी गलती के कारण आपके बैंक खाते में पैसा आने की बजाय जो भी राशि होगी, वह पलक झपके बैंक खाते से गायब हो जाएगी.

आपराधिक इतिहास

मामले की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार 5 में से एक अपराधी नूनदेव दास बहुत शातिर है. इसी तरह के मामले उसके ऊपर मामला दर्ज हैं. वहीं डीएसपी ने बताया कि ये लोग धनी एप्प का फ़र्ज़ी पदाधिकारी बन लोगों को ठगते थे. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से कड़ी पूछताछ कर इनके अन्य सदस्यों की जानकारी ले रही है.

रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर