टीएनपी डेस्क (TNP DESK) :  राज्य सरकार ने  बोकारो-धनबाद में क्षेत्रीय भाषा की सूची से भोजपुरी और मगही भाषा को बाहर कर दिया है.  इस बाबत कार्मिक, प्रशासनिक एवं राजभाषा विभाग ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी की है. धनबाद और बोकारो में स्थानीय लोगों एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है. ज्ञात हो कि इन दोनों भाषाओं को हटाने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बोकारो और धनबाद में आन्दोलन चल रहा था.

सरकार ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली मैट्रिक व इंटर स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षाओं में धनबाद-बोकारो से दोनों भाषाओं को क्षेत्रीय भाषाओं की सूची में रखा था. इस निर्णय का विरोध किया जा रहा था. झामुमो के ही शिक्षा मंत्री जगरनाथ और विधायक मथुरा महतो भी इसके खिलाफ थे. शुक्रवार को  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को  विश्वास में लिया. फिर देर शाम मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार ने बोकारो एवं धनबाद में क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से मगही और भोजपुरी को बाहर कर दिया. इस मामले में कैबिनेट से अनुमति मिलने की उम्मीद में मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया है.