धनबाद (DHANBAD) : बिहार में कांग्रेस को जल्दीबाजी है.  अभी महागठबंधन में सीटों की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है.  हालांकि तरह-तरह की चर्चाएं है.  टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस सहयोगी दलों के निशाने पर है.  पिछले चुनाव में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट कम था.  अब यह बात उठने लगी है कि कांग्रेस अपने स्ट्राइक रेट के हिसाब से ही सीट ले.  माले  महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कांग्रेस को नसीहत दी है कि वह औकात से अधिक सीट ना मांगे.  कांग्रेस को यह चिंता करनी चाहिए कि कम सीट  पर लड़कर  भी ज्यादा से ज्यादा सीट लाया जाए. पिछली बार कांग्रेस 70 सीटों पर लड़कर  19 सीट ही जीत पाई थी.  2015 में कांग्रेस 40 सीट पर लड़ी थी और 27 सीट जीती थी.  2015 में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट अच्छा था. लेकिन 2020  आते-आते वह खराब हो गया.

2015 के बाद 2020 में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट बिगड़ गया 
 
 उल्लेखनीय है कि 2020 के चुनाव में मात्र 12 सीटों के अंतर से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनने से रह गए थे.  राजद  के कई नेता इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेवार मानते है.  उनका कहना है कि 70 सीटों पर अगर कांग्रेस नहीं लड़ी होती, तो महागठबंधन को अधिक सीट  आई होती.  70 सीट पर लड़कर  कांग्रेस 19 पर जीती.  वही माले  मात्र 19 सीट  लड़ी और 12 जीत गई.  राजद 144 पर लड़कर  75 सीट पर जीत दर्ज किया था .  खैर, जो भी हो लेकिन कांग्रेस को जल्दबाजी है.  सूचना के अनुसार कांग्रेस 2025 में अपनी 17 सीटों पर प्रत्याशी तय कर दिए है.  पार्टी के मौजूदा विधायकों के टिकट नहीं काटेंगे.  कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की नई दिल्ली में शुक्रवार को हुई  बैठक में यह फैसला ले लिया गया है. 

बिहार में कांग्रेस के अभी 17 विधायक है 
 
बिहार में कांग्रेस के अभी 17 विधायक है.  2025 के चुनाव में उन्हें टिकट देना तय हो गया है. यह बैठक स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन की अध्यक्षता में हुई.  इसमें बिहार कांग्रेस के प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता, विधान परिषद में दल  के नेता समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे.  इससे पहले गुरुवार को पटना में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई थी.  इस बैठक में प्रदेश चुनाव समिति ने कांग्रेस आलाकमान को उम्मीदवार तय करने के लिए अधिकृत किया था.  इसके बाद टिकट के बंटवारा का मामला दिल्ली शिफ्ट कर गया था.  दिल्ली में शुक्रवार को हुई है स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कई सीटों पर संभावित प्रत्याशियों पर भी चर्चा की गई है. बता दे कि 2020 में कांग्रेस 19 सीटों पर जीत पाई थी.  बाद में कांग्रेस के दो विधायक एनडीए में चले गए थे. 

कांग्रेस के दो विधायक चुनाव जितने के बाद चले गए थे एनडीए में 

इनमें विक्रम से सिद्धार्थ सौरव और चेनारी से मुरारी प्रसाद गौतम के नाम शामिल है.  फिलहाल कांग्रेस के 17 विधायक ही है.  कांग्रेस के 17 सिटिंग विधायकों के नाम  इस प्रकार हैं----अररिया - अविदुर रहमान,किशनगंज- इजाहरुल हुसैन,कसबा- मोहम्मद आफाक आलम,कदवा- शकील अहमद खान,मनिहारी- मनोहर प्रसाद सिंह,मुजफ्फरपुर- बिजेंद्र चौधरी,महाराजगंज - विजय शंकर दुबे,राजापाकर- प्रतिमा दास,खगड़िया- छत्रपति यादव,भागलपुर- अजीत शर्मा,जमालपुर- अजय कुमार सिंह,बक्सर- संजय कुमार तिवारी,राजपुर- विश्वनाथ राम,करगहर- संतोष मिश्रा,कुटुंबा- राजेश राम,औरंगाबाद- आनंद शंकर सिंह,हिसुआ- नीतू कुमारी. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो