धनबाद(DHANBAD): मंईयां सम्मान योजना में लाभुकों का अकाउंट होल्ड पर जाने के बाद   सरकार पर भी दबाव है.  यह  अलग बात है कि तकनीकी कारणों  से लाभुकों का अकाउंट  होल्ड पर है. लाभुकों की संख्या  56 लाख से  घटकर लगभग 38 लाख हो गई है.  इसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.  झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के दौरान योजना को लेकर फिर चर्चा हुई.  भाजपा विधायक नीरा  यादव के  प्रश्न के जवाब में मंत्री चमरा लिंडा  ने कहा कि सुझाव पर सरकार विचार करेगी और इसमें आवश्यक सुधार करने का प्रयास करेगी. 

विधायक नीरा यादव ने किया था सवाल 
 
नीरा यादव ने सवाल किया कि विधानसभा चुनाव 2024 से पहले 3 महीने की राशि पाने वाली लाभुक महिलाओं को बगैर कोई कारण बताएं सरकार ने  अयोग्य ठहरा दिया है.  जिसके कारण महिलाओं को भारी परेशानी हो रही है.  योजना के लाभ के लिए महिलाएं प्रखंड कार्यालय से लेकर अन्य कार्यालय का चक्कर लगा रही है.  सरकार को शिविर लगाकर कारण  को बताते हुए अयोग्य  लाभुकों की सूची जारी करनी चाहिए.  इसके बाद ही मंत्री का जवाब आया कि आपके सुझावों पर सरकार विचार करेगी.  दरअसल, जिन  महिलाओं का नाम सूची में होल्ड पर चला गया है, वह तकनीकी कारण से ही ऐसा हुआ है.  लेकिन उन्हें असली कारण बताया नहीं जा रहा है. इस वजह से महिलाएं  परेशान है. बता दे कि मंईयां  सम्मान योजना की राशि क्यों नहीं आ रही है.  

बुधवार को धनबाद के प्रखंड कार्यालय में लंबी कतार दिखी

यह जानने के लिए बुधवार को धनबाद के प्रखंड कार्यालय में लंबी कतार दिखी.  महिलाएं सुबह से ही लाइन में लगी थी.  लाइन तो मंगलवार को भी थी. लेकिन  बुधवार को महिलाओं में आक्रोश था.  उनका आक्रोश इसलिए भी अधिक था, कि  भीड़ अधिक थी और काम की गति धीमी.  दोपहर में जब काउंटर बंद हुआ तो काउंटर के करीब पहुंची महिलाओं का धैर्य टूट गया.  भीषण गर्मी में महिलाएं घंटो  लाइन में लगी रही.  जिन्हें राशि नहीं मिल रही है, उनकी परेशानी  है कि उन्हें साफ-साफ कुछ बताया नहीं जा रहा.  जिस वजह से वह परेशान हो रही है.  कॉलेज की छात्राएं भी पहुंची थी.  उनका गुस्सा भी चरम पर था.  बात सिर्फ  प्रखंड कार्यालय की ही नहीं थी.  बुधवार को आधार केंद्रों  पर भी भारी भीड़ थी.  छोटे-छोटे बच्चों को लेकर महिलाएं लाइन में लगी हुई थी.  काम नहीं होने से उनका धैर्य टूट रहा था.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो