साहिबगंज(SAHIBGANJ):साहिबगंज एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत पूरे राज्य भर में आपकी योजना,आपके सरकार,आपका द्वार कार्यक्रम चलाकर आदिवासी बहुल्य इलाकों में बसे लोगों को राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का काम कर रही है. हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस अथक प्रयास का लाभ भी ग्रामीणों को मिल रहा है लेकिन शायद उनके अधिकारियों के वजह से ग्रामीणों को सरकार के जनकल्याणकारी व महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ सही से नहीं मिल पा रहा है.ताजा मामला साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड क्षेत्र के खैरवा पंचायत से सामने आया है.
अधिकारियों की मिलीभगत से हो रही है लिपापोती
जानकारी के अनुसार खैरवा पंचायत पर स्तिथ धोगोडा गांव के समीप बोरियो तीनपहाड़ मुख्य पथ पर आरसीडी विभाग से करीब 20 लाख की लागत से तीन अलग-अलग जगह नाली का निर्माण कार्य कराया जा रहा है लेकिन संबंधित अधिकारियों के मिलीभगत से टेंडर एजेंसी के द्वारा सिर्फ और सिर्फ जिला प्रशासन को आंखों पर धूल नहीं झोंक रही है बल्कि राज्य सरकार के सिस्टम को भी भ्रष्टा चार के गंगा में डुबाने का कार्य किया जा रहा है.
डीसी ने दिया जांच का निर्देश
स्थानीय ग्रामीणों ने किया समाजसेवी बेंजामिन मालतो के नेतृत्व में उपायुक्त को दिया लिखित आवेदन किया टेंडर एजेंसी व विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग-बोरियो-तीन पहाड़ मुख्य पथ पर स्तिथ खैरवा पंचायत के धोगोडा गाँव के समीप आरसीडी विभाग से करीब की लागत से बन रहे घटिया नाली निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने उपायुक्त हेमंत सत्ती साहिबगंज को लिखित आवेदन देकर घटिया सामग्री का उपयोग कर नाली निर्माण कर रहे टेंडर एजेंसी व विभागीय अधिकारि यों पर अविलंब करवाई करने का मांग किया है.
पढ़ें लिखित आवेदन में क्या है
समाजसेवी बेंजामिन मालतो के द्वारा लिखित आवेदन में यह उल्लेख किया गया है कि नाली निर्माण कार्य में अवैध रूप से जंगल से चुने गए छोटे-छोटे पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.साथ ही साथ बालू के जगह सिर्फ और सिर्फ गर्दी से जुड़ाई का कार्य किया जा रहा है.इसके आलावे सीमेंट भी कौन सा कम्पनी का है कोई पता नहीं,आगे उल्लेख किया गया है कि हम स भी ग्रामीणों का बेहद उम्मीद था कि धोगोडा गांव के गोलाई मोड़ के समीप सही से नाली बनने से सड़क पर जल-जमाव नहीं होगा,जिसके वजह से सड़क दुर्घटना भी सड़क नहीं होगी.एवं हमसब ग्रामीणों को इसका सीधा लाभ भी मिलेगा,लेकिन टेंडर एजेंसी के द्वारा खुलेआम वि भागीय अधिकारियों के मिलीभगत से कार्य में भारी अनिमियता बरती जा रही है.बालू के जग ह गर्दी और फोर्थ ग्रेड का लोकल पत्थरों का उ पयोग करके सिर्फ जिला प्रशासन को ही नहीं बल्कि सरकार को चुना लगाने का काम किया जा रहा है.
पढ़ें संबंधित अधिकारी ने क्या कहा
इधर जब नाली निर्माण कार्य में बरती जा रही अनिमियता को लेकर संबंधित विभागीय कार्य पालक अभियंता अजय कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कार्य में गर्दी का उप योग करना बिल्कुल मना है,साथ ही साथ लोक पत्थर का तो इस्तेमाल करना ही नहीं है,यदि ऐसा हो रहा है और कार्य में अनिमियता बरती जा रही है.तो सबसे पहले जेसीबी लगाकर ना ली निर्माणधीन नाली को तोड़कर उसको पुनः कार्य कराया जाएगा,लेकिन सवाल यह उठता है.एक तरफ कार्यपालक अभियंता आरसी डी साहिबगंज का कहना है कि कार्य में गर्दी से जुड़ाई करना ही नहीं है,और फोर्थ ग्रेड का लोकल पत्थरों का उपयोग करना ही नहीं है तो फिर आखिर ठीकेदार के द्वारा किसके इशारे पर या फिर आशीर्वाद से इस तरह के कार्य करने का हिम्मत कर रहे है.यह एक बड़ी सवाल है जो कई सवाल खड़ी करती है.कहीं ऐसा ना हो कि ए सी रूम में बैठे सरकार के जिम्मेदार अधिकारी जाँच और करवाई का निर्देश देते रहे है और ध रातल पर बिचौलिया मस्ती से सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं के कार्य में फलिता लगाते रहे.
समाजसेवी बेंजामिन मालतो के द्वारा किए गए लिखित शिकायत पर एक्शन में उपायुक्त
वहीं आरसीडी विभाग के द्वारा संचालित नाली निर्मा ण कार्य में बरती जा रही घोर अनिमियता को ले कर स्थानीय समाजसेवी बेंजामिन मालतो के लिखित शिकायत के बाद उपायुक्त हेमंत सत्ती एक्शन में आ गए है.उपायुक्त हेमंत सत्ती ने मा मले में उप विकास आयुक्त को अविलंब कार्य का जाँच करके रिपोर्ट सोपने का निर्देश दिया है उपायुक्त हेमंत सत्ती ने समाजसेवी बेंजामिन मा लतो को भरोसा दिया है कि हम सबसे डीडीसी के नेतृत्व में टीम गठन कर मामले की जाँच कर वाएंगे इसके बाद लाहपरवाही बरतने वाले वि भागीय अधिकारियों पर कठोर से कठोर करवा ई की जाएगी,लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी क्या उपायुक्त हेमंत सत्ती के करवाई का आश्वासन सिर्फ आश्वासन ही बनकर रह जाती है या फिर कोई ठोस कार्रवाई भी होती है.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर
Recent Comments