पटना(PATNA): संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर को लेकर कभी विपक्ष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर पूरी तरह से आक्रामक था. विपक्षी दलों के तरफ से लगातार कहा जा रहा था कि गृह मंत्री अमित शाह ने भीमराव अंबेडकर का सदन में अपमान किया है. लेकिन अब विपक्ष खुद भीमराव अंबेडकर को लेकर घिरता हुआ नजर आ रहा है. अंबेडकर को लेकर यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के मौके पर बाबा साहब की तस्वीर को कथित तौर पर उनके पैरों के पास रखा गया.
जाने वीडियो में क्या है
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद भाजपा और NDA ने इसे दलित विरोधी मानसिकता करार दिया है. बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने इस मुद्दे पर लालू प्रसाद यादव को कड़े शब्दों में घेरते हुए कहा लालू यादव के जन्मदिन पर बाबा साहब का अपमान लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना है. इसे देखकर लगता है कि लालू यादव खुद को लोकतंत्र का राजा मानते हैं और दूसरों को अपमानित करना उनके डीएनए में है, उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लालू यादव सत्ता पाने की लालसा में तानाशाही और गुंडई का सहारा लेते है. यह अपमान लोकतंत्र का काला अध्याय है. जनता अब उन्हें नकार चुकी है.
बीजेपी की ओर से वीडियो सार्वजनिक किया गया है
सम्राट चौधरी ने बाबा साहब की तस्वीर से जुड़े कथित वीडियो को भी सार्वजनिक किया है. वहीं जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा राजद हमेशा यह दिखाने की कोशिश करती है कि वह बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों पर चलती है, लेकिन हकीकत यह है कि उनके विचारों को सम्मान नहीं, अपमान मिलता है.कभी तस्वीर चरणों में रखी जाती है, तो कभी कूड़े में फेंकी जाती है.
विवाद बढ़ते देख राजद की सफाई
वही इस विवाद को बढ़ते देख राजद विधायक मुकेश रोशन ने पार्टी की तरफ से सफाई दी. उन्होंने कहा हमारी पार्टी हमेशा देश के महान नेताओं का सम्मान करती है. बीजेपी और NDA नेता जानबूझकर इस मसले को तूल दे रहे है.हालांकि जब उनसे वायरल वीडियो पर सवाल किया गया, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कहीं कोई वीडियो नहीं है.
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