धनबाद: बारिश के खलल के बावजूद धनबाद का बाजार रफ्तार पकड़ लिया है. बीसीसीएल के कर्मियों को बोनस का भुगतान हो गया है और अब यह पैसा बाजार में तेजी से पहुंचने लगा है .बता दें कि धनबाद पूरे देश में ऐसा इकलौता जिला है, जहां सबसे अधिक कोयला कर्मी रहते और काम करते हैं. सबसे अधिक बोनस का भुगतान धनबाद में ही लगभग 285 करोड़ से अधिक हुआ है. वैसे, तो बीसीसीएल कोल इंडिया की सबसे बड़ी इकाई है. लेकिन धनबाद की खासियत यह है कि बीसीसीएल के 90% से अधिक कोलियरिया धनबाद जिले में ही है. 

कहा जा सकता है कि बीसीसीएल का पूरा मैन पावर धनबाद में ही रहता है. वैसे भी धनबाद की अर्थव्यवस्था में बीसीसीएल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. पहले की एक स्टडी रिपोर्ट का जिक्र किया जाए तो धनबाद में खर्च होने वाले हर एक रुपए में 84 पैसे का डायरेक्टर और इनडायरेक्ट हिस्सा बीसीसीएल का होता है. कोयलाकर्मियों को 2025 में रिकॉर्ड बोनस मिला है. 

कोयला कर्मियों को 1.03 लाख बोनस का भुगतान किया गया है. यह अलग बात है कि 2025 में बोनस भुगतान को लेकर दो दिनों तक संशय की स्थिति बनी रही. इससे न  कोयलाकर्मी परेशान रहे बल्कि बाजार की भी  टक टकी की लगी रही. अंततः बोनस का निर्णय हो गया और रिकॉर्ड राशि मिली है. यह अलग बात है कि हर साल की तरह इस साल भी ठेका कर्मियों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. 

उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला. इधर, बारिश के खलल के बावजूद धनबाद में पूजा का उत्साह बना हुआ है. 2 दिन पहले तेज आंधी और बारिश की वजह से धनबाद के कई पंडाल क्षतिग्रस्त हो गए थे. आयोजकों की तैयारी पर पानी फिर गया था. लेकिन आयोजक फिर से तैयारी कर ली. पंडाल फिर से खड़े कर लिए गए हैं. धनबाद में शांतिपूर्वक पूजा संपन्न  कराने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन भी सक्रिय है. 

शनिवार की देर शाम डीसी और एस एसपी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया. उपद्रवियों को संदेश दिया गया कि खबरदार!! अगर गड़बड़ी हुई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.  आमजन को भरोसा दिया गया कि आप घरों से निकले और पूजा का आनंद लें.सुरक्षा के ठोस इंतजाम किए गए है.

कोयला कर्मियों के पैसे से क्यों "बोलने "लगा है धनबाद का बाजार,पढ़िए इस रिपोर्ट में!! 

धनबाद।बारिश के खलल के बावजूद धनबाद का बाजार रफ्तार पकड़ लिया है. बीसीसीएल के कर्मियों को बोनस का भुगतान हो गया है और अब यह पैसा बाजार में तेजी से पहुंचने लगा है .

बता दें कि धनबाद पूरे देश में ऐसा इकलौता जिला है, जहां सबसे अधिक कोयला कर्मी रहते और काम करते हैं. सबसे अधिक बोनस का भुगतान धनबाद में ही लगभग 285 करोड़ से अधिक हुआ है. वैसे, तो बीसीसीएल कोल इंडिया की सबसे बड़ी इकाई है. लेकिन धनबाद की खासियत यह है कि बीसीसीएल के 90% से अधिक कोलियरिया धनबाद जिले में ही है. 

कहा जा सकता है कि बीसीसीएल का पूरा मैन पावर धनबाद में ही रहता है. वैसे भी धनबाद की अर्थव्यवस्था में बीसीसीएल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. पहले की एक स्टडी रिपोर्ट का जिक्र किया जाए तो धनबाद में खर्च होने वाले हर एक रुपए में 84 पैसे का डायरेक्टर और इनडायरेक्ट हिस्सा बीसीसीएल का होता है. कोयलाकर्मियों को 2025 में रिकॉर्ड बोनस मिला है. 

कोयला कर्मियों को 1.03 लाख बोनस का भुगतान किया गया है. यह अलग बात है कि 2025 में बोनस भुगतान को लेकर दो दिनों तक संशय की स्थिति बनी रही. इससे न  कोयलाकर्मी परेशान रहे बल्कि बाजार की भी  टक टकी की लगी रही. अंततः बोनस का निर्णय हो गया और रिकॉर्ड राशि मिली है. यह अलग बात है कि हर साल की तरह इस साल भी ठेका कर्मियों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. 

उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला. इधर, बारिश के खलल के बावजूद धनबाद में पूजा का उत्साह बना हुआ है. 2 दिन पहले तेज आंधी और बारिश की वजह से धनबाद के कई पंडाल क्षतिग्रस्त हो गए थे. आयोजकों की तैयारी पर पानी फिर गया था. लेकिन आयोजक फिर से तैयारी कर ली. पंडाल फिर से खड़े कर लिए गए हैं. धनबाद में शांतिपूर्वक पूजा संपन्न  कराने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन भी सक्रिय है. 

शनिवार की देर शाम डीसी और एस एसपी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया. उपद्रवियों को संदेश दिया गया कि खबरदार!! अगर गड़बड़ी हुई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.  आमजन को भरोसा दिया गया कि आप घरों से निकले और पूजा का आनंद लें.सुरक्षा के ठोस इंतजाम किए गए है.