चाईबासा(CHAIBASA): जंगल-जंगल जमीन के लिए लड़ाई लड़ने वाले योद्धा और युवा वर्ग के लिए प्रेरणा बनकर उभरे महानायक स्व देवेंद्र मांझी का आज 28वां पुण्यतिथि है. इस दौरान झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. जहां राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जहां-जहां भाजपा की सरकार नहीं है वहां की सरकार भ्रष्ट और बदनाम सरकार होती है.

भाजपा नहीं चाहती की एक आदिवासी का बेटा राज्य चलाए

वहीं, हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती की एक आदिवासी का बेटा राज्य चलाए. उन्होंने कहा कि इस राज्य में छह हजार शिविर लगेंगे, सारे पेंशन, राशन के आवेदन को स्वीकार कर लिया गया है. हमारा राज्य जंगल पहाड़ से घिरा हुआ है, ऐसे में शिविर के माध्यम से सरकार आपके घर तक पहुंचेगी. हेमंत ने कहा कि जिन क्षेत्रों से पलायन हो रहा है, सरकार उन लोगों को घर में ही काम दे रही है. कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य दो साल तक कोरोना के कारण विकास रुक गया था लेकिन झारखंड में हमने किसी को मरने नहीं दिया. हमारी सरकार ने गांव-गांव तक मुफ्त खाना पहुंचाया.

20 लाख नए राशन कार्ड बनाए

वहीं, हेमंत सोरेन ने पूर्व की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों ने 11 लाख राशन कार्ड हटा दिए थे. इस सरकार ने अतिरिक्त 20 लाख नए राशन कार्ड बनाए हैं. राशन में चावल के साथ दाल भी आने लगा है और जल्द ही चीनी भी आएगा.

1932 मूलवासियों की पहचान

वहीं, हेमंत सोरेन ने 1932 का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमने 1932 लाकर मूलवासियों को पहचान दिलाने का काम किया है. हमारी सरकार ने राज्य के आदिवासी, मूलवासी को कैसे सम्मान दिलाया जाए इसपर काम किया है और कर रहे हैं. हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि जल्द ही कंपनियों में भी शिविर लगाकर स्थानीय लोगों को बहाल करने का प्रयास किया जायेगा. और वन उपज पर भी MSP तय किया जाएगा ताकि बाजार में बेहतर दाम मिले.

जल, जंगल और जमीन तभी बचेगा जब आदिवासी बचेगा

सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि चाईबासा नोआमुंडी सड़क बहुत खराब है. हम भारत सरकार को बोलकर थक गए है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से 1000 करोड़ की सड़क जिले के लिए स्वीकृत की गई है. सीएम ने कहा कि जल, जंगल और जमीन तभी बचेगा जब आदिवासी बचेगा. इन्हें बचाना हमारी जिम्मेवारी है. वहीं, उन्होंने कहा कि कोल्हान की वीर भूमी के हर कोने में शहीद स्थल हैं. 20 साल तक चली सरकारों ने ना तो आदिवासी की चिंता थी और ना ही शहीदों की. वो केवल आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.

रिपोर्ट: संतोष वर्मा, चाईबासा