गुमला (Gumla) - कहतें है कि जब हौसला बना लिया ऊँची उड़ान का,फिर देखना फ़िजूल हैं कद आसमान का, इस कहावत को सार्थक करते दिख रहे है गुमला जिला के 4  युवा । इन युवाओं ने अपनी मेहनत से ना केवल बंजर पड़ी जमीन को हरा-भरा कर दिया है बल्कि  मिसाल कायम कर दिया है. 

परिश्रम का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता हैं. कुछ कर दिखाने का सपना या लक्ष्य पाने का सपना केवल परिश्रम के जरिये ही पूरा  किया जा सकता है  पैसे पैसे के मोहताज होने वाले ये युवक आज सब्जी उगाकर काफी कमाई कर रहे है जिन्हें देखकर आसपास के लोग काफी उत्साहित हो रहे हैं


 चार युवकों की मेहनत लाई रंग, खुले रोजगार के रास्तें

गुमला जिला एक ऐसा आदिवासी बहुल इलाका है जहां पर रोजगार का कोई दूसरा विकल्प नहीं होने के कारण लोग पलायन करने को मजबूर होते हैं लोगों को दो पैसे के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था गुमला जिले के राजगीर प्रखंड के 4 युवाओं ने अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए खुद मेहनत कर अपनी तकदीर को बदलने का निर्णय लिया।  जिसके बाद उन्होंने आपस में दस दस हजार रुपए का जुगाड़ करके पास के  ही बेकार पड़ी जमीन को खेती योग्य बनाने का निर्णय लिया और उन युवाओं की मेहनत का परिणाम निकला कि कल तक जो जमीन पूरी तरह से बेकार पड़ी हुई थी वह जमीन पूरी तरह से हरी भरी हो गई है और वहां पर कई तरह के सब्जी का उत्पादन हो रहा है जिसे स्थानीय बाजार में बेचकर अच्छी कमाई की जा रही है. 


मेहनत के बल पर बदली अपनी तस्वीर और तकदीर 

गांव के महेश उरांव का मानना है कि मेहनत के बल पर उन्होंने अपनी तस्वीर और तकदीर को बदला है कल तक वह दाने-दाने को मोहताज थे लेकिन आज  कई लोगों को रोजगार  दे रहे हैं इन युवाओं की मानें तो संसाधन और पैसे के अभाव में लोग खेती नहीं कर पाते हैं लेकिन उन्होंने किसी तरह से कर्ज लेकर पैसा इकट्ठा किया और उसके बाद खेती शुरू किया है. जिसका परिणाम सबके सामने है यह युवा आज ना केवल अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं बल्कि कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. इन लोगों ने अपने खेत में सब्जी की खेती की है जिसे आसानी से आसपास के बाजारों में बेचकर वह पैसा कमा रहे हैं. इलाके में जमीन की कमी नहीं है लेकिन पैसे और संसाधन के अभाव में लोग खेती नहीं कर पाते हैं सरकार की ओर से मदद मिले तो लोग ना केवल अपनी जमीन का उपयोग कर पाएंगे बल्कि आसानी से अपने गांव-घर में रह कर दो पैसे भी कमा सकते है. 


सरकार को इस ओर नजर इनायत करनी की है जरुरत 

गुमला जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 4 युवाओं ने जो कर दिखाया है उसकी चर्चा पूरे जिले में हो रही है लेकिन निश्चित रूप से सरकार को भी इससे सबक लेना चाहिए .अगर सरकार की ओर से ग्रामीणों को साधन और सुविधा उपलब्ध कराई जाए तो अपनी बेकार पड़ी जमीन का उपयोग करके आसानी से रोजगार का माध्यम तैयार कर सकते हैं जिससे यहां से हो रहे पलायन पर भी विराम लगाया जा सकता है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सरकार बडे़ बड़े दावे तो करती है लेकिन ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही हैं जिसके कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अगर सरकारी योजनाओं का सही से ग्रामीणों को लाभ मिलें तो लोग ना केवल अपनी जमीन का उपयोग कर पाएंगे बल्कि आसानी से अपने गांव में रह कर ही आर्थिक स्थिती को ठीक भी कर पायेंगे.

 

रिपोर्ट- सुशिल कुमार, गुमला