झरिया मास्टर प्लान , उपायुक्त ने की राइट्स, सीएमपीडीआई और  जेआरडीए के कार्यों की समीक्षा

वर्तमान स्थिति का अध्ययन कर बीसीसीएल देगा विस्तृत रिपोर्ट

शुक्रवार को उपायुक्त ने समाहरणालय के सभाकक्ष में राइट्स, सीएमपीडीआई एवं जेआरडीए द्वारा किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की।बैठक में राइट्स द्वारा 2010 से अब तक सड़क, रेल की पटरी एवं यूटिलिटी डायवर्जन से संबंधित किए गए कार्यों एवं समर्पित किए गए डीपीआर एवं फिजिबिलिटी रिपोर्ट की विस्तृत समीक्षा की गई। साथ ही झरिया मास्टर प्लान की पृष्ठभूमि, अग्नि एवं भू-धसान क्षेत्रों के चयन की प्रक्रिया एवं सीएमपीडीआई द्वारा संपादित कार्यो की विस्तार से समीक्षा की गई।

बैठक में यह ज्ञात हुआ कि गाईमेट नामक संस्थान की रिपोर्ट के आधार पर जिले के 34 लोकेशन में 595 अग्नि एवं भू-धसान क्षेत्रों का चयन किया गया था। इस संबंध में बीसीसीएल को गाइमेट की संबंधित रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश उपायुक्त ने दिया।उपायुक्त ने कहा कि झरिया मास्टर प्लान की कट ऑफ डेट 2004 एवं 2009 की स्थिति में तथा वर्तमान की स्थिति में परिवर्तन हो सकता है। अतः इस संबंध में बीसीसीएल को 2004, 2009 एवं उसके बाद प्रत्येक वर्ष का सैटेलाइट इमेज की व्यवस्था अधिकृत एजेंसी से करने का तथा वर्तमान स्थिति का अध्ययन कर इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। साथ ही सभी चिन्हित क्षेत्रों का ड्रोन सर्वे करने का निर्देश भी दिया गया।बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले के सभी नागरिकों को आवागमन हेतु सड़क की उपलब्धता सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। इसके लिए बीसीसीएल एवं राइट्स आपस में समन्वय स्थापित कर फीजिबिलिटी रिपोर्ट एवं डीपीआर तैयार करेंगे। बैठक में डीसी रेलवे लाइन के शिफ्टिंग हेतु डीपीआर की प्रगति के संबंध में भी विचार विमर्श किया गया। साथ ही बेलगड़िया में जलापूर्ति एवं विद्युत की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, राइट्स के प्रतिनिधि, सीएमपीडीआई के प्रतिनिधि, प्रभारी पदाधिकारी जीआरडीए सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।