टीएनपी डेस्क(TNP DESK): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को महज कुछ महीने ही बाकी रह गए है, ऐसे में बिहार सरकार की ओर से अपराधियों पर लगाम कसने की कवायद शुरू कर दी गई है. बिहार के शराब माफिया, बालू माफिया और अन्य अपराध को अंजाम देने वाले बड़े कुख्यात अपराधियों के साथ छोटे बदमाशों पर भी पुलिस लगाम कस रही है. यही वजह है कि रोजाना अलग-अलग जिलों से अपराधियों की गिरफ़्तारी हो रही है. वहीं उन पर कार्रवाई भी की जा रही है. बिहार से अपराध का खातमा करने के लिए सरकार की ओर से क्रैक डाउन अभियान शुरू किया गया है. ताकि पूरी तरीके से राज्य को अपराधियों से सुरक्षित किया जा सके.
पढें क्या है प्रशासन का निर्देश
पटना जिला प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश दिया गया है कि बालू, शराब माफियाओं सहित गैरकानूनी आर्थिक एवं अपराध गतिविधियों में संलिप्त लोगों को चिन्हित किया जाए और उन पर सख्त निगरानी रखी जाए. वहीं इसके साथ ही सभी थानो के, थानेदारों, अनुमंडल पदाधिकारियों और एसएसपी को निर्देशित किया गया है कि वे अपराध नियंत्रण अधिनियम की प्रक्रिया को पूरी तरह लागू करें.
CCA 2024’ की धारा 11 सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई
आपको बतायें कि डीएम के आदेश पर ‘बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम (CCA) 2024’ की धारा 11 सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई हो रही है. चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस मुख्यालय ने चार सेलें बनाई है. साइबर अपराध नशीले पदार्थों की तस्करी इंटरनेट मीडिया पोस्ट के निगरानी के साथ नियंत्रण और अवैध रूप से पैसे के लेन-देन और नकली नोटों के कारोबार पर निगरानी पर विशेष नजर रख रही है.
सफल हुआ अभियान तो अपराध मुक्त हो जाएगा बिहार
यदि क्रैकडाउन अभियान पूरी तरह से बिहार में सफल होता है तो बिहार में अपराध का खातमा पूरी तरीके से हो जाएगा और शांति बहाल हो सकती है. आपको बतायें कि बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा अपराधी है जहां रोजाना हत्या, चोरी, डकैती बलात्कार आदि घिनौनी वारदात होती रहती है. जिसको रोकने के लिए बिहार सरकार की ओर से विशेष अभियान की शुरुआत की गई है जो सफ़लतापूर्वक चल रही है.
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