मोतिहारी(MOTIHARI): चर्चित नरेश गोयल मणि लॉड्रिंग मामले में मोतिहारी निवासी रिटायर्ड कृषि विभाग के कर्मचारी का पैन कार्ड इस्तेमाल होने का भय दिखा साइबर ठगों ने 57 लाख की ठगी की है.अपराधियों ने अपने को सीबीआई अधिकारी बताकर पहले धमकी दिया फिर सीबीआई कार्यालय का फर्जी वीडियो दिखाकर पीड़ित को धमकाया.इस मामले में एक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अंतरराज्यीय साइबर ठग पर कुल 8 राज्यो में 21 से अधिक मामला दर्ज है.

बस एक फर्जी कॉल और फंस गये ये रिटायर्ड कर्मचारी 

बताया जा रहा है कि कृषि विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी  दिलीप कुमार को एक फर्जी कॉल आया था जिसमे आरोपी ने अपने को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि देश के चर्चित जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग में तुम्हारा नाम आ रहा है, क्योंकि तुम्हारा ही पैन कार्ड इस्तेमाल हुआ है, साथ ही सीबीआई कार्यालय का फर्जी वीडियो दिखाकर डराया गया. वहीं फोन पर ही फर्जी सीबीआई फर्जी अधिकारी ने जान मारने तक की धमकी दे डाला. भय में आने के बाद साइबर फ्रॉड के कहे अनुसार 2 फरवरी 2025 को रिटायर्ड कृषि कर्मचारी एवं पत्नी के बैंक खाता से 56 लाख 80 हजार रुपया साइबर ठग के बताए गए विभिन्न खातों में ट्रांसफर किया गया.

इस तरह पुलिस ने किया मामले का खुलासा

वहीं इसके बाद पीड़ित ने मोतिहारी के साइबर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया. जिसके बाद मोतिहारी पुलिस के जांच के अनुसार दिलीप ने सबसे पहले आकाश मुखर्जी कटिहार जिला निवासी के खाते में पैसा का ट्रांसफर किया गया है, इसका साक्ष्य मिला. मोतीहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात मामले में त्वरित साइबर एएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर कटिहार निवास आकाश मुखर्जी को गिरफ्तार करने को भेजा गया. जहां मोतिहारी पुलिस एवं कटिहार जिला के सहायक थाना कटिहार के सहयोग से गुरुवार को गिरफ्तारी कर मोतिहारी लाया. पूछताछ के बाद शुक्रवार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

पढ़ें आरोपी ने पूछताछ में क्या बताया

गिरफ्तार साइबर ठग 37 बर्षीय आकाश मुखर्जी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने बीटेक तक की पढ़ाई करने के बाद नौकरी नहीं मिला जिसके बाद बंगाल के एक युवक के सम्पर्क में आया. जिसके साथ साइबर ठगी का धंधा कर कुछ पैसा आया जिससे कटिहार में हार्डवेयर की दुकान खोल संचालित करता है.