धनबाद (DHANBAD) : उत्तर प्रदेश के बाहुबली रहे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गई है. वह उत्तर प्रदेश के मऊ विधानसभा सीट से विधायक थे. हेट स्पीच के मामले में अदालत ने उन्हें 2 साल की सजा सुनाई है. जानकारी के अनुसार रविवार को विधानसभा सचिवालय ने मऊ सीट  को रिक्त घोषित कर दिया. अब निर्वाचन आयोग नियमानुसार इस सीट पर उपचुनाव कराएगा. बताया जाता है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में अब्बास अंसारी प्रत्याशी थे. 

3 मार्च 2022 को पहाड़पुर की जनसभा में उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सबक सिखाने की धमकी दी थी. अब्बास अंसारी समेत अन्य लोगों पर इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस बीच चुनाव जीत कर अब्बास अंसारी विधायक बन गए. उनके पिता मुख्तार अंसारी का उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में 28 मार्च 2024 को निधन हो गया था. 4 दशकों तक अपराध और राजनीति के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखने वाले मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने पर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था.

लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. लोग बताते हैं कि मुख्तार अंसारी की मौत के साथ ही अपराध और राजनीति के गठजोड़ का एक बड़ा अध्याय समाप्त हो गया था. मुख्तार अंसारी 5 बार विधायक बने थे. दो बार निर्दलीय उम्मीदवार रहकर भी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत रखने के लिए एक पार्टी भी बनाई थी. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो