TNP DESK-इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक साथ दो एलान कर कई संकेत दिये हैं, एक तरह ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि वाम दलों ओर कांग्रेस के साथ समझौता करने में गुरेज नहीं है. तृणमूल कांग्रेस बंगाल में वाम दल और कांग्रेस के साथ मिलकर मजबूती से लड़ेगी और भाजपा को बंगाल से बाहर का रास्ता दिखलायेगी. लेकिन इसके साथ ही ममता बनर्जी का दूसरा बयान ज्यादा महत्वपूर्ण है. ममता बनर्जी ने यह दावा किया है कि आज की बैठक में गठबंधन के अंदर पीएम फेस पर कोई चर्चा नहीं होगी. पीएम फेस का एलान चुनाव परिणाम आने के बाद किया जायेगा. और यहीं से कई सवाल एक साथ जन्म हो रहे हैं.

अपने आप को पीएम रेस में बनायी रखना चाहती दीदी

पहला सवाल तो यही है कि क्या ममता बनर्जी भी अपने आप को पीएम रेस में बनायी रखना चाहती है, क्या चुनाव परिणाम आने के बाद इस बात की गुंजाईश बनाये रखना चाहती है कि बंगाल से निकल कर भी कोई महिला पहली बार देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुंच सके. या ममता बनर्जी चुनाव परिणाम के बाद मोल भाव की स्थिति बनाये रखना चाहती है. ताकि वह किंग नहीं तो किंग मेकर की भूमिका में सामने आये. या दीदी का इरादा भतीजे अभिषेक बनर्जी के सिर कर तोजपोशी कर एक बार फिर से दिल्ली की राजनीति करनी है.  यहां याद रहे कि अभी गठबंधन के अंदर पीएम चेहरे को लेकर एक साथ कई नाम चल रहे हैं, बताया जाता है कि इस रेस में सीएम नीतीश, मल्लिकार्जून खड़गे का नाम सबसे आगे हैं, वहीं दूसरी चर्चा यह भी है कि अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री की कुर्सी देकर मल्लिकार्जून खड़गे को पीएम की कुर्सी दी जा सकती है.

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