टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अक्सर इंटर और स्नातक के बाद बच्चे बड़े-बड़े सपने लेकर दूसरे शहरों में जाते है, ताकि यहां अकेले रहकर पढ़ाई करेंगे और पूरी तरह से इस पर ध्यान देंगे तो आगे उनका सरकारी नौकरी लग जाएगी और जीवन सफल हो जाएगा. जिसके लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. बच्चे मेहनत करते भी हैं और बहुत सारे बच्चे सफल भी होते है लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जिनके ऊपर इतना ज्यादा दबाव होता है कि वे उसको सह नहीं पाते हैं और इस दुनिया को ही अलविदा कह देते है.राजधानी पटना से एक ऐसा दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां बीपीएससी पास ना करने का मलाल एक बच्ची को इतना ज्यादा हो गया कि उसने फांसी  पर लटक कर अपनी जान दे दी.

 पढ़ें क्या और कहां का है पूरा मामला

आपको बता दें कि यह पूरा मामला पटना के बोरिंग रोड स्थित कस्तूरबा पथ स्थिति हॉस्टल का है. जहां एक बच्ची बीपीएससी की तैयारी कर रही थी और अचानक से उसने कमरे को बंद करके आत्महत्या कर ली.उसने जो सुसाइड नोट लिखा है वह काफी ज्यादा भावुक करने वाला है. उसने अपनी मां से माफ़ी माँगते हुए लिखा है  कि मैं तुम्हारे भरोसे पर नहीं उतर पायी बीपीएससी नहीं निकल पायेगा मां... मैं बहुत परेशान हूं गई हूं अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है.

परीक्षा पास नहीं करने तनाव के तनाव में थी खुशी

मिली जानकारी के मुताबिक ख़ुशी के माता-पिता सरकारी नौकरी करते है,जिसकी वजह से वह भी बड़े-बड़े सपने लेकर पटना पहुंची थी, ताकि वह भी सरकारी नौकरी की तैयारी  करेगी और माता पिता की तरह ही सरकारी सेवक बनेगी.  एक साल पहले पटना के हॉस्टल में एडमिशन लिया और वहीं रहकर तैयारी कर रही थी लेकिन इससे पहले ही वह दुनिया छोड़कर चली गई.

पढे मामले पर पुलिस ने क्या जानकारी दी है

वही मामले में पुलिस ने बताया कि सुबह में नाश्ता के लिए हॉस्टल संचालक जब खुशी को उठाने के लिए  गई तो अंदर से गेट बंद था. बहुत बार खुशी खुशी चिल्लाने के बाद कुछ आवाज नहीं आया, जिसके बाद हॉस्टल संचालक को कुछ शक हुआ और उसने खुशी की मां फोन किया, ख़ुशी की मां ने कहा कि मैं आ रही हूं, इसके बाद पुलिस भी पहुंची  और मां के सामने ही पुलिस ने दरवाजा खोला तो देखा की ख़ुशी फांसी पर लटकी हुई है. संचालक ने बताया कि कमरे में दो लोगों की रहने की व्यवस्था थी लेकिन फ़िलहाल ख़ुशी ही अकेली रह रही थी.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है

बताया जाता है कि खुशी कुमारी नवादा के नाभिगंज के रहने वाली थी, जो 1 साल पहले हॉस्टल में आई थी. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.वही इस संबंध में खुशी की माँ ने आवेदन देने से इनकार किया है उनको कहना है कि मुझे कोई केस नहीं करना है.