धनबाद(DHANBAD): गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी बाघमारा क्षेत्र में चल रही आउटसोर्सिंग कंपनियों से खासे नाराज हैं. बाघमारा इलाके में आउटसोर्सिंग कंपनियों में ग्रामीणों को रोजगार नहीं देने का उनका आरोप है. शुक्रवार को ब्लॉक दो क्षेत्र के अधीन संचालित आउटसोर्सिंग कंपनियों के मैनेजमेंट के साथ उन्होंने बैठक की. उस बैठक में वह नाराज दिखे .उन्होंने सख्त लहजे में मैनेजमेंट को चेतावनी दी कि अब पानी सिर के ऊपर से बह रहा है. इसका खामियाजा आउटसोर्सिंग कंपनियों को भुगतना होगा. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गिरिडीह सांसद नियोजन के मुद्दे पर बातचीत के लिए ब्लॉक दो क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे थे. 

महाप्रबंधक से सांसद ने किये कई सीधे सवाल 

उन्होंने महाप्रबंधक से सीधा सवाल किया कि कितनी आउटसोर्सिंग और ठेका कंपनी आपके इलाके में काम कर रही है. यह भी बताइए कि इन कंपनियों से प्रभावित गांव के कितने लोगों को रोजगार मिला है. सांसद ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर आउटसोर्सिंग कंपनियों में काम करने वाले सभी कर्मियों का नाम, उनका आधार कार्ड प्रबंधन दे. साथ ही न्यू मधुबन वाशरी के मेंटेनेंस कार्य में लगी  चेन्नई राधा आउटसोर्सिंग कंपनी में काम कर रहे कर्मियों का भी आधार कार्ड की कॉपी उन्हें उपलब्ध कराया जाए. सांसद ने बाघमारा मुख्यालय से केसरगढ़ सदरिया डीह बस्ती जाने वाले मार्ग को खत्म कर प्रोजेक्ट बना देने पर भी नाराजगी व्यक्त की.  तत्काल वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने को कहा. 

बाघमारा क्षेत्र गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में आता है

बता दें कि बाघमारा क्षेत्र गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में आता है और बाघमारा के विधायक फिलहाल सांसद ढुल्लू महतो के भाई शत्रुघ्न महतो हैं. बाघमारा में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनियां पर तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं. इसी इलाके में इसी साल 9 जनवरी को हुए विवाद में सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी का कार्यालय फूंक दिया गया था. भारी बवाल मचा था. इलाके के एसडीपीओ घायल हो गए थे. आकाशकोठी में पुलिस छापेमारी कर भारी मात्रा में अवैध कोयला जब्त किया था. यह पुलिस का महाअभियान था. यह सब विवाद आउटसोर्सिंग कंपनियां को लेकर ही हुआ था. उसके बाद से सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी लगातार बाघमारा क्षेत्र में सक्रिय हैं.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो