पटना(PATNA): छठ महापर्व का अब समापन हो चुका है. छठ पूजा में सूर्य भगवान को अर्घ्य देने की परंपरा है. मूर्ति पूजन छठ पूजा में नहीं होती है. लेकिन, बिहार की राजधानी पटना के एक पूजा पंडाल में कुछ लोगों ने भगवान भास्कर की मूर्ति को स्थापित कर दिया. इतना तो फिर भी ठीक है. विवाद तब गहराया जब भगवान सूर्य की मूर्ति के साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की भी अर्घ्य देने वाली मुद्रा में मूर्ति स्थापित कर दी गई.

इतना होना था कि बिहार की राजधानी में राजनीतिक गहमागहमी शुरू हो गई. राजद समर्थकों ने जहां भगवान सूर्य के साथ प्रतिमा स्थापित करने को सही ठहराया है तो वहीं कुछ लोगों ने इसे सूर्य भगवान का अपमान बताया है. इसबारे में महुआ से राजद विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि तेजस्वी की मूर्ति लगने से विपक्ष के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए.  बता दें कि तेजस्वी यादव की ये मूर्ति पटना के नवयुवक सूर्या क्लब बंडोह के पूजा पंडाल में लगाया गया था. इस पंडाल समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार का कहना है कि तेजस्वी अंधकार में प्रकाश लाएंगे.