Tnp desk: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान कल, 6 नवंबर को होना है. राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोटिंग को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं.

इस चरण में कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से कई करोड़पति हैं, कई पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो कुछ उम्मीदवार निरक्षर भी हैं.


पहले चरण में जिन 18 जिलों में मतदान होगा, उनमें पटना, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और नालंदा शामिल हैं. ये जिले राजनीतिक रूप से बेहद अहम माने जाते हैं. दरभंगा, मुंगेर और पटना डिवीजन की सीटें चुनावी नतीजों को काफी हद तक प्रभावित कर सकती हैं.

उम्मीदवारों का प्रोफाइल — 73% करोड़पति, हर तीसरे पर केस

पहले चरण में मैदान में उतरे 1314 प्रत्याशियों में से 961 (73%) करोड़पति हैं. सबसे अमीर उम्मीदवार भाजपा के कुमार प्रणय (मुंगेर) हैं, जिनकी संपत्ति ₹170.81 करोड़ है, जबकि सीपीआई (एमएल) के प्रृंदावन राज सी के पास महज ₹37 हजार की संपत्ति है. 519 उम्मीदवारों की संपत्ति ₹1 करोड़ से अधिक है, 64 के पास ₹5 करोड़ और 29 उम्मीदवारों के पास ₹10 करोड़ से अधिक की संपत्ति है.

वहीं, हर तीसरे प्रत्याशी पर आपराधिक मामला दर्ज है. 423 उम्मीदवारों (32%) के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिनमें से 354 (27%) गंभीर अपराधों में आरोपी हैं. 33 पर हत्या, 86 पर हत्या के प्रयास, 42 पर महिलाओं के खिलाफ अपराध और 2 पर दुष्कर्म के आरोप हैं.

सबसे अधिक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार सीपीआई (एमएल) (93%), राजद (76%) और भाजपा (65%) के हैं.


पहले चरण में कुल 122 महिला प्रत्याशी मैदान में हैं — जो कुल उम्मीदवारों का लगभग 9% है. एनडीए ने 34 और महागठबंधन ने 30 महिलाओं को टिकट दिया है.

इस बार के चुनाव में भोजपुरी कलाकारों की एंट्री ने मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है. भोजपुरी गायिका मैथिली ठाकुर (भाजपा) अलीनगर से, अभिनेता खेसारी लाल यादव (राजद) छपरा से और गायक रितेश पांडे (जन सुराज) करगहर से चुनावी मैदान में हैं.

शिक्षा का हाल — 8 उम्मीदवार निरक्षर

पहले चरण के उम्मीदवारों में 651 (50%) ग्रेजुएट या उससे अधिक शिक्षित हैं.
17 उम्मीदवारों के पास LLB, 12 के पास इंजीनियरिंग, 12 के पास PhD, 5 MBBS, 3 MBA और 2 के पास MPhil डिग्री है. वहीं, 8 उम्मीदवार निरक्षर हैं.

एनडीए गठबंधन में —
    •    जेडीयू: 57 सीट
    •    भाजपा: 48 सीट
    •    लोजपा (रामविलास): 13 सीट
    •    आरएलएम: 2 सीट
    •    हम: 1 सीट

वहीं महागठबंधन में —
    •   राजद: 72 सीट
    •   कांग्रेस: 24 सीट
    •   सीपीआई (एमएल): 14 सीट
    •   वीआईपी और सीपीआई: 6-6 सीट
    •   सीपीएम: 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

कुछ सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ की स्थिति भी बनी हुई है.

मतदान को लेकर राज्य में 4 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
इसमें शामिल हैं —
    •    CAPF की 1500 कंपनियाँ
    •    बिहार पुलिस के 60,000 जवान
    •    BSAP (बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस) के 30,000 कर्मी
    •    20,000 होमगार्ड, 19,000 नए सिपाही और 1.5 लाख चौकीदार

मतदान के लिए 45,336 केंद्रों पर 54,311 बैलेट यूनिट, उतनी ही कंट्रोल यूनिट और 58,123 वीवीपैट मशीनें भेजी गई हैं. सभी पोलिंग पार्टी और सुरक्षाकर्मी बुधवार शाम तक अपने-अपने बूथों पर पहुँच जाएंगे.

2020 में एनडीए को 125 सीटें (भाजपा-74, जेडीयू-43, हम-4, VIP-4) मिली थीं, जबकि महागठबंधन को 110 सीटें (राजद-75, कांग्रेस-19, CPI(ML)-12)। वहीं 2015 में महागठबंधन ने 178 सीटों के साथ भारी जीत दर्ज की थी.

चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष कराने के लिए व्यापक इंतज़ाम किए हैं.6 नवंबर की वोटिंग और 14 नवंबर को आने वाले नतीजे यह तय करेंगे कि बिहार की सियासत किस दिशा में आगे बढ़ेगी.