भागलपुर (BHAGALPUR) : देवघर के त्रिकुट पर्वत पर हुए हादसे में फंसे जिन लोगों की सकुशल रिहाई हुई है, वे अब अपने घर लौट चुके हैं. परिजनों में जहां खुशी का माहौल है, वहीं रोप-वे की ट्रॉली पर गुजारे वे पल याद करते वे अब भी सिहर उठते. ऐसा ही भागलपुर के एक परिवार के छह सदस्य रोप-वे में फंसे हुए थे. इनमें एक बच्ची भी शामिल थी. बुधवार को यह परिवार सकुशल घर वापस लौटा तो परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई.
खत्म हो गई थी जीने की उम्मीद
परिवार की मुखिया कौशल्या देवी ने दर्द बयां करते हुए बताया कि उनका परिवार जिन ट्रॉलियों में था, वह सबसे ज्यादा ऊंचाई पर थीं. 24 घंटे तक वे लोग वहां फंसे रहे. बकौल कौशल्या देवी, उन्होंने तो उम्मीद ही छोड़ दी थी वापसी की. वहीं परिवार की बच्ची अनन्या ने बताया फंसने के बाद लंबे समय तक प्यास के बावजूद पानी नहीं मिल पाया था. कई बार ऐसा लगा कि अब तो नीचे ही गिर जाएंगी.
परिवार ने कहा सैनिकों को शुक्रिया
परिवार के सभी लोगों ने एक स्वर में कहा कि सेना के जवानों ने ही हमारी जिंदगी लौटायी है. आक्रोश व्यक्त किया कि सरकार अगर व्यवस्था नहीं कर सकती है तो इस तरह ट्रॉली चलाने से क्या फायदा है. कहा कि सैनिकों की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मदद की. वहीं सकुशल घर आने के बाद परिवार के सभी लोग खुश हैं और एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं.
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