TNP DESK: झारखंड में मईया  सम्मान योजना तो बिहार में माई -बहिन मान  योजना.  झारखंड में भी राशि 25 00 तो बिहार में भी सरकार बनने राशि 25 00 देने की घोषणा.  तो दिल्ली में यह राशि  2100 रुपए देने का ऐलान हो चुका है.  बिहार में चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है.  बिहार में 2025 का चुनाव झारखंड की तरह ही कांटे का होगा, इसकी पूरी संभावना है.  बिहार में राजनीतिक पार्टियों ने आधी आबादी की अहमियत को समझ कर काम शुरू कर दिया है.  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला संवाद यात्रा पर निकलने वाले है.  इस यात्रा को लेकर लालू प्रसाद यादव के एक बयान से विवाद भी छिड़ गया था.  तो क्या तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए नई योजना का ऐलान कर विवाद को कम करने की कोशिश की है ?अथवा झारखंड में गठबंधन सरकार को मिली सफलता से प्रभावित होकर वह भी माई -बहिन मान  योजना की घोषणा की है. 

झारखंड में मिली सफलता सबको कर रही आकर्षित 
 
कह दिया है कि अगर उनकी सरकार आई तो ₹2500 प्रति माह  दिए जाएंगे.  हालांकि सियासी घमासान के बीच इसके और कई मायने निकाले जा रहे है.  कहा जा रहा है कि 2005 में महिला सशक्तिकरण की बात कर  नीतीश कुमार सत्ता में आए थे.  बिहार के चुनाव में आधी आबादी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.  यह पिछले कुछ चुनाव के बाद सामने आए आंकड़े से स्पष्ट होता है.  2019 में बिहार विधानसभा चुनाव के आंकड़े पर गौर करें तो उस वर्ष राज्य में कुल वोटरों की संख्या 7 करोड़ 12 लाख 16 हज़ार  286 था,  इसमें महिला वोटरों  की संख्या 3 करोड़ 35 लाख 32 हज़ार  797 थी.  2019 के विधानसभा चुनाव में 5 7.33 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.  पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 54.90 था, तो महिला वोटरों की वोटिंग प्रतिशत 59.58 थी.  यह भी कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने माई -बहिन  योजना का ऐलान एक रणनीति के तहत महिला वोटरों को साधने के लिए किया है.  

2025 के चुनाव में तेजस्वी यादव का हो सकता है बड़ा दांव 

हो सकता है कि 2025 के चुनाव में उनका यह बड़ा दांव  साबित हो.  हालांकि यह प्रयोग बिहार के बाहर भी किये  गए है.  और उससे  राजनीतिक पार्टियों को फ़ायदा  भी मिला है.  मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहन योजना की शुरुआत की थी.  इसका फायदा मिला था.  इसके अलावा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी महिलाओं को केंद्र में रखकर शुरू की गई योजनाओं का फायदा वहां की सरकारों को मिला था.  झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने मईया  सम्मान योजना शुरू की थी.  जिसका लाभ हेमंत सोरेन सरकार को मिला और सत्ता में  वापसी हुई.  दिल्ली की सरकार ने भी महिलाओं को हर महीने₹2100 सहायता राशि देने की घोषणा की है.  देखना है बिहार और दिल्ली में इन योजनाओं का क्या असर होता है.  झारखंड में तो सरकार की वापसी हो गई है.  तो क्या बिहार में भी गठबंधन की सरकार बनाने की तरकीब निकाल ली  गई है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो