TNP DESK: बिहार में महागठबंधन के सीएम फेस पर माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य का एक बड़ा बयान आया है. इस बयान को कई एंगल से देखा जा रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे पर चल रही किच -किच के बीच यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. उन्होंने कहा है कि अगर महागठबंधन को बहुमत आता है, तो सबसे बड़े दल का नेता सीएम होगा. इस पर कोई भी संशय नहीं है. हालांकि राजद सीएम फेस के रूप में तेजस्वी यादव को सामने किया है. वहीं वीआईपी पार्टी प्रमुख भी कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन चुनाव लड़ रहा है और मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव ही होंगे. लेकिन कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि चुनाव के बाद विधायक दल के नेता का चयन होगा. अब माले भी लगभग उसी राह पर चलती दिख रही है.
जिस पार्टी का गठबंधन में सबसे अधिक बहुमत होगा, उसी का नेता मुख्यमंत्री बनेगा
माले का कहना है कि चुनाव के बाद जिस पार्टी का गठबंधन में सबसे अधिक बहुमत होगा, उसी का नेता मुख्यमंत्री बनेगा. अब माले के रूख के बाद तो महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर संशय की स्थिति और गहरी हो गई है. वैसे अभी हाल ही में पटना में महागठबंधन के नेताओं की बैठक में तेजस्वी यादव को महागठबंधन कोऑर्डिनेशन कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है. वैसे भी चुनाव के पहले बिहार की राजनीति गरम हो गई है. सूचना मिल रही है कि पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर के साथ छेड़छाड़ किया गया है. लगे पोस्ट में रंग पोत दिया गया है. इन पोस्टरो में नीतीश सरकार की उपलब्धियां बताई गई थी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर से छेड़छाड़ करने वाले कौन
इस तरह की घटनाओं से कई सवाल पैदा हो रहे है. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि पोस्टरो पर रंग पोतने वाले कौन है? और कौन लोग ऐसा कर सकते हैं ?रंग पोतने वालों ने मुख्यमंत्री का चेहरा भी पोत दिया है. इस घटना के बाद जदयू के नेता गुस्से में है. जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना है कि यह जांच का विषय है. सीसीटीवी में उन लोगों की पहचान हो जाएगी, जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया है. साथ में यह भी कहा है कि नीतीश कुमार के चहरे रंग पोतने से उनके विकास और उपलब्धियों को छिपाया नहीं जा सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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