पटना(PATNA):बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आज कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में महागठबंधन की बैठक हुई. बैठक में महागठबंधन के सभी बड़े नेता मौजूद रहे. बैठक शुरू होने से पहले पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लोगों को 2 मिनट की श्रद्धांजलि दी गई. बैठक समाप्ति के बाद मीडिया ब्रीफ करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बैठक में हम लोगों ने 10 प्रस्ताव पर चर्चा की है.आतंकी हमले में मारे लोगों कुछ श्रद्धांजलि के रूप में गठबंधन के सभी साथी कैंडल मार्च शाम 7:00 बजे इनकम टैक्स चौराहा से कारगिल चौराहा तक निकलेंगे. इतनी बड़ी आतंकी घटना जम्मू कश्मीर में हुई है प्रोटॉन की जो मृत्यु हुई है उन्हें हम श्रद्धांजलि देने का काम करेंगे. इस कैंडल मार्च में पटना में मैं खुद मौजूद रहूंगा इसके साथ ही हर जिला मुख्यालय में गठबंधन के कार्य करता कैंडल मार्च निकालेंगे. 4 मई को मन गठबंधन इंडिया एलाइंस, एक बड़ी बैठक होगी इस बैठक में हम सभी लोग तीन लेफ्ट पार्टी, VIP, आरजेडी, पार्टी के जो जिला अध्यक्ष प्रधानसचिव,जिनके जितने विधायक सांसद हैं. उन सब की बैठक बुलाई गई है. बैठक कहां होगी अभी इसका चैन नहीं हुआ है बैठक होने के वक्त मीडिया को बता दिया जाएगा.इस बैठक का उद्देश्य है कि हर विधानसभा लोकसभा अंतर्गत गठबंधन मजबूत कैसे हो मजबूती के साथ गठबंधन के सभी नेता मिलकर काम करें इस पर चर्चा होगी, सरकार के खामियों को हम जनता तक कैसे पहुंचाएंगे हर बिंदुओं पर बात होगी.

महागठबंधन की बैठक में पहलगाम हमले पर निंदा प्रस्ताव पास

 पहलगाम में मारे गए पर्यटकों को लेकर निंदा प्रस्ताव पास हुआ है.तेजस्वी यादव ने कहा कि सवाल है की नेवी के शहिद लेफ्टिनेंट जनरल विनय नरवाल की बहन ने जो बयान दिया है उनके भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा थे लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया.तेजस्वी यादव ने कहा कि एक ही स्थान पर 2000 पर्यटक मौजूद थे. उनकी सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? उनके लिए एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद क्यों नहीं थे? पहलगाम ऐसा क्षेत्र है जो हाई सिक्युरिटी जोन में आता है उसके बावजूद भी वहां सिक्योरिटी की व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी.

 तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर खड़े किये कई सवाल

तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार को पता था कि 2014 से अब तक 3982 आतंकी घटनाएं हुई है जिसमें 4 सौ आम लोगों की हत्या हुई है, और 630 सुरक्षा बल के लोग शहीद हुए है. इस गंभीर लापरवाही का जिम्मेदारी कौन लेगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावनाओं से तमाम विपक्षी नेताओं पीछे देश के अधिकांश एजेंसियां लगती है आतंकियों के पीछे ऐसा क्यों नहीं किया जाता.तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह की घटना घट रही है तब सरकार का इनपुट क्या कहता है उनकी जांच एजेंसियों के द्वारा क्या किया जा रहा है इंटेलिजेंस क्या कर रहा है सर्विलांस क्या कर रहा है. टेक्नोलॉजी का जमाना है घटना के पीछे सरकार का इनपुट बिल्कुल फेल रहा.वह भी हाई लेवल सिक्योरिटी जोन में इस तरह की घटना घटी है तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह की बड़ी जब घटना घटी है तो किसी न किसी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

पुलवामा कांड की जांच का क्या हुआ- तेजस्वी 

तेजस्वी यादव ने कहा कि पुलवामा कांड का अभी तक जो जांच सरकार कर रही थी उसे जांच का क्या हुआ. सभी देश के लोग जानना चाहते हैं हम भी जानना चाहते हैं पुलवामा कांड में 200 से 300 किलो आरडीएक्स कैसे पहुंचा और अब तक की सबसे बड़ी यह घटना मानी जाती है,जिसमें हमारे कई जवान शहीद हो गए उसकी जांच क्या हुआ. पुलवामा कांड के पीछे किसकी लापरवाही थी दोषी कौन था.अभी तक किसी को पता नहीं.तेजस्वी यादव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में समय-समय पर आतंकवादियों द्वारा बिहार के अनेक श्रमिक भाइयों की हत्या कर दी गई अब सरकार बताएं इसका जिम्मेदार कौन है हमारे बिहार से पलायन करके बाहर मजदूरी करने लोग जाते हैं उनकी भी मौत हुई है उनकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है.

देश में घुस रहे है आतंकी क्या कर रही है सरकार-तेजस्वी

तेजस्वी यादव यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि सरहद पार से आतंकी देश में आ रहे हैं यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है. बहुत बड़ा सिक्योरिटी असफलता है.पहलगाम में आतंकी पहले आकर जगह की रैंकिंग की होगी जगह चुनाव होगा सरहद पार किए होंगे तब जाकर वारदात का अंजाम दिए है. इसका फैलियर किसका है हम लोग यह जानना चाहते है.तेजस्वी यादव ने इंटेलिजेंस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस घटना से पहले हमारा सिस्टम क्या कर रहा था इसका जिम्मेदारी कौन ले रहा है. भारतीय जनता पार्टी केंद्र सरकार और गोदी मीडिया द्वारा आतंकी घटना का सांप्रदायिक रंग देना सरकार की नाकामी का प्रत्यक्ष प्रमाण है बीजेपी की ऐसी पहल देश संविधान लोकतंत्र और मानवता के लिए घातक है. महागठबंधन इसकी निंदा करता है.

क्या बिहार सरकार कश्मीर में पर्यटन के लिए गए अपने नागरिकों की मदद कोई हेल्प लाइन नंबर जारी किया है-तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या बिहार सरकार कश्मीर में पर्यटन के लिए गए अपने नागरिकों की मदद कोई हेल्प लाइन नंबर जारी किया है. बिहार सरकार अपने मंत्रियों की क्या तैनाती वहां की है. बिहार के नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित किया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार प्रधानमंत्री की रैली को सफल बनाने के लिए जितना व्यस्त है उतना उन्हें बिहारी का सुध लेने का भी उनके पास समय नहीं है.इन सभी सवालों का जवाब हम बिहार के अचेत मुख्यमंत्री से जानना चाहते है.तेजस्वी यादव ने कहा कि हम बिहार सरकार के सभी मंत्री केंद्रीय मंत्री से जानना चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर में फंसे पर्यटकों का हेल्प को लेकर कितने अधिकारी को डिपुट किया गया है. वही तेजस्वी यादव ने तंज करते हुए कहा कि बिहार के सभी जिला अधिकारी सचिव सिर्फ प्रधानमंत्री की सभा में भीड़ जुटाना के लिए काम कर रहे है.

चुनाव की वजह से पीएम बिहार आये थे

तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें पूरा भरोसा था इस वक्त प्रधानमंत्री जी बिहार जरूर आएंगे क्योंकि बिहार में चुनाव का समय है. प्रधानमंत्री का कानपुर में भी आज प्रोग्राम था लेकिन वहां चुनाव नहीं था इसलिए वहां का प्रोग्राम रद्द कर दिया गया. बिहार आए मधुबनी में जनसभा की क्योंकि बिहार में चुनाव है. अच्छी बात है बिहार आते रहे. मधुबनी वह इलाका है जहां पर सबसे ज्यादा अति पिछड़े समाज के लोग रहते हैं गरीब है वहीं से सबसे ज्यादा पलायन होता है सबसे बिहार में अधिक बेरोजगारी इस इलाके में है और बाढ़ ग्रसित इलाका है.अब तक पिछला कोसी में जो बाढ़ आया था अभी तक प्रधानमंत्री उसे बाढ़ पीड़ितों को देखने तक नहीं आए ना ही कोई टीम भी भेजी. नुकसान का भी आकलन नहीं किया गया.

राजनीति करने बिहार आते है पीएम-तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार का 76% भूमि बाढ़ से प्रभावित रहता है तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछते कहा कि पिछली बार बाढ़ आई थी कोसी इलाके में प्रधानमंत्री देखने आए हैं 11 साल से देश के वह प्रधानमंत्री हैं बाढ़ नियंत्रण के लिए अभी तक आपने कोई प्रयास नहीं किया प्रधानमंत्री से हम यह भी जानना चाहते हैं कि जब गुजरात में बाढ़ आता है बिहार से ज्यादा गुजरात की आर्थिक मदद क्यों करते है. जबकि बिहार में 76% भूमि बाढ़ से प्रभावित होता है.तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभा को संबोधित करते हुए पिछड़ा दलित वंचित शोषित हर बार वह वांछित सूची सामाजिक न्याय की बात करते हैं,लेकिन वह संबोधन में कभी नहीं बताते कि देश में वह जाति जनगणना क्यों नहीं करना चाहते है.

जब हम लोग बिहार में जातीय जनगणना को लेकर प्रस्ताव लेकर प्रधानमंत्री के पास पहुंचे थे उसे वक्त उन्होंने मना कर दिया था कि हम देश में जातीय जनगणना नहीं करवाएंगे जब बिहार में जातीय जनगणना हुआ आरक्षण के कोटे को भी बढ़ाया विधानसभा के दोनों सदनों से संविधान की नवी अनुसूची में डालने के लिए भी हम लोगों ने प्रस्ताव भेजा लेकिन वह नेवी अनुसूची में क्यों नहीं डालें इस पर उनको जवाब देना चाहिए.इस दुख की घड़ी में सारा विपक्ष देशवासियों के साथ है सरकार के साथ है हम लोग चाहते हैं कि आतंकवादियों को कड़ी सजा मिले लेकिन जवाब मौजूदा सरकार को भी देनी चाहिए आतंकवादी कैसे देश में घुसे.