TNP DESK:जैसे ही मानसून शुरू होता है, हर तरफ हरियाली खिल उठती है और मौसम सुहावना हो जाता है. यही समय होता है जब प्रकृति सबसे खूबसूरत नजर आती है. ऐसे मौसम में लोगों को अक्सर कहीं अच्छी जगह घूमने जाने का मन करता है. तो क्या आप भी मानसून किसी अच्छी जगह घूमने का सोच रहे हैं, पर आप डिसाइड नहीं कर पा रहे कि कौन सी जगह बेस्ट है. चलिए आज हम आपको बताएंगे भारत के बेस्ट डेस्टिनेशन के बारे में जो खास तौर पर बारिश में घूमने और देखने लायक होता है.

मेघालय, बादलों की धरती पर एक जादुई सफर

भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मेघालय को 'बादलों की धरती'के नाम से भी जाना जाता है. बात करें यहां की खूबसूरती की तो मानसून में तो यहां की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है. आपको बताएं जून से सितंबर तक झरनों की गूंज, बादलों से ढ़की घाटियाँ और हरियाली भरी पहाड़ियाँ इस जगह को स्वर्ग जैसा बना देती हैं.

मानसून में यह क्यों घूमने जाए 

मेघालय में मॉनसून के समय घूमने के लिए यह जगह इसलिए सबसे स्पेशल है, क्योंकि यहां चेरापूंजी और मावसिनराम जैसी दुनिया की सबसे अधिक वर्षा वाली जगहें है वो जीवंत हो उठती हैं. वहीं बात करें नोहकलिकाई और सेवन सिस्टर्स वॉटरफॉल्स की तो वो अपनी पूरी रौ में बहते हैं. इन सबके अलावा लिविंग रूट ब्रिज मानों जैसे अद्भुत प्राकृतिक चमत्कार मानसून में और भी आकर्षक लगते हैं. इस वक्त खूबसूरती सबसे ज्यादा बादलों से ढ़की शिलॉन्ग की पहाड़ियाँ बढ़ती है, और यहां की झीलें एक रोमांटिक माहौल देती हैं. अगर आप प्रकृति, शांति और रोमांच की तलाश में हैं, तो मेघालय जाना अच्छा ऑप्शन है .

कैसे पहुंचे और क्या है खास

यहां पहुंचने के लिए आप गुवाहाटी से शिलॉन्ग तक टैक्सी या बस ले सकते है.  यहां की खास बात यह है कि चेरापूंजी और मावसिनराम  भारत के सबसे अधिक बारिश वाले इलाके में एक है. वही लिविंग रूट ब्रिज जो जड़ से बना अनोखे पुल है ,ये आपको सिर्फ यहीं देखने को मिलते हैंघने जंगल, झरनों की रफ्तार और बादलों से ढकी पहाड़िया मानसून में मेघालय को एक दुगुना खूबसूरत बना देती है, और देख कर मानो किसी स्वर्ग से काम नहीं नजर आती है .

महाबलेश्वर, वेस्टर्न घाट्स का हरा समंदर

मानसून में महाबलेश्वर की हरी भरी वादियां देखने में इतनी खूबसूरत लगती है मानो किसी स्वर्ग में आ गए हैं आप . यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद खास होता है क्योंकि मानसून के मौसम में हर तरफ बस हरियाली ही हरियाली नजर आती है. जंगल से लेकर पहाड़ी हर तरफ मानो खूबसूरती ही फैली है.

मानसून में यह क्यों घूमने जाएं 

महाबलेश्वर का मानसून में घाटियों की हरियाली और कोहरे से ढकी घटिया देखने लायक होती है .जहां जगह-जगह से बहते झड़ने ,ठंडी हवाएं और पहाड़ियों का भीगा हुआ होना आपको एक अलग ही अनुभव देती है. यहां के वेन्ना लेक में बोटिंग करना , पास से बादलों का नजारा देखना आपके लिए एक यादगार पल बन जाता है. आपको बताएं मानसून के दौरान यहां भीड़ कम होती है जिससे शांति और प्रकृति दोनों का आनंद आप ले सकते हैं. लोकल फूड भी इस मौसम में आपको एक अलग अनुभव देगा.

कैसे पहुँचे और क्या है खास

महाबलेश्वर पहुंचने के लिए आप बस , टैक्सी या फिर आपने निजी वाहन के भी जा सकते है . पुणे से लगभग 120 किमी की दूरी पर है.महाबलेश्वर की खास बात यह है कि यहा की वेन्ना झील, आर्थर सीट पॉइंट, एलफिनस्टोन पॉइंट यह जगह घूमने के अलग ही मजे हैं. साथी स्ट्रॉबेरी फार्म और बारिश में धुंध से ढकी घाटियां, बारिश में और भी खूबसूरत हो जाती है यह जगह. अगर आप भी इस मानसून किसी अच्छी जगह घूमने का प्लान कर रहा है तो अपने लिस्ट में इस जगह को जरूर शामिल करें.महाबलेश्वर में मानसून के समय मौसम ठंडा, हरियाली और बादल इतने करीब होता है, मानो आप इसे छू सकते हों. वही फोटोग्राफी प्रेमियों और कपल्स के लिए मानसून में घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है.भारत में मानसून सिर्फ बारिश ही नहीं एक खूबसूरती का भी अनुभव देता है. वहीं अगर आप भी इस मानसून अपने परिवार या दोस्तों के साथ किसी ट्रिप का प्लान कर रहे हैं तो यह जगह आपके लिए एक बेस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है. तो देर किस बात की इस मानसून अपना बैकपैक करें और कैमरे के साथ निकल पड़े खूबसूरत वादियों का आनंद लेने के लिए.