भागलपुर(BHAGALPUR):बीते 22 अप्रैल पहलगाम में पाकिस्तान के आतंकियों ने निहत्थे निर्दोष पर्यटकों पर गोलीबारी कर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की. 7 मई को भारतीय सेना ने "ऑपरेशन सिंदूर" चलाकर जिन मां बहनों की सिंदूर को पाकिस्तान के आतंकियों ने उजाड़ा था इसका बदला लिया. भारत के सेना ने पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकाने को नष्ट किया था, जिसके बाद से बौखलाऐ पाकिस्तान ने भारत पर लगातार तीसरे दिन भी ड्रोन और मिसाइल से हमला किया. पाकिस्तान ने भारत में कई रिहायशी इलाकों को भी निशाने पर लिया. ड्रोन से हमला किया है और मिसाइल दागे है. उनके नापाक मंसूबे को भारत ने बर्बाद कर दिया. करीब 300से अधिक ड्रोन को भारत ने नष्ट किया है.

भारतीय सेना पर गर्व महसूस होता है-शहीद की पत्नी

 ऑपरेशन सिंदूर" के तहत भारतीय सेना द्वारा लगातार आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत में हर कोई चर्चा कर रहा है और भारतीय सेना पर गर्व महसूस कर रहे है. इसी कड़ी 14 फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान शहीद रतन ठाकुर की पत्नी राजनंदनी भी 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारतीय सेना को सलामी दी है, उन्होंने कहा कि अभी बदला अधूरा है अभी और बदला लेना चाहिए. राजनंदनी ने कहा कि पाकिस्तान में भारत की सेना 'ऐसा कार्रवाई करें कि पूरा पाकिस्तान ही नष्ट हो जाए. उन्होंने कहा कि एक ऐसा बम गिराए की, वहां छपे सभी आतंकवादी मर जाए. जिससे आतंकवादियों का नामोनिशान मिट जाए.लगातार भारत सरकार को पाकिस्तान पर कार्रवाई करती रहनी रहनी चाहिए.दो -दिन तीन दिन करके नहीं छोड़ना चाहिए, उसपर लगातार कार्रवाई हो तभी आतंकवाद खत्म होगा.

बेटे को भी बनाना चाहतीं है आर्मी जवान

शहीद की पत्नी ने बताया कि अभी रोज मोबाइल पर अपने परिवार के साथ समाचार को देखती हूं, घटना के बारे में अपने बच्चे को बताती हूं उन्होंने कहा कि अपने बच्चें के अंदर देश भक्ति का जुनून पैदा करना चाहती हूं, जैसा मेरे पति में था. वह बताती है कि उन्हें दो पुत्र है कृष्णा कुमार ठाकुर और रचित कुमार कृष्ण ठाकुर अभी 10 वर्ष का है, जिस समय पुलवामा अटैक हुआ था, उसे समय कृष्णा महज 3 वर्ष के थे जबकि रचित कुमार गर्भ में ही थे.वे अपने दो बेटे में से एक बेटे को भारतीय सेना में भेजना चाहती है, जिससे कि वह पाकिस्तान के आतंकियों को मार सके तभी मेरा बदला पूरा होगा.

शहीद के बेटे में अभी से ही देश भक्ति  का है भाव

शहीद रतन ठाकुर के बड़े बेटे कृष्णा कुमार ठाकुर ने कहा कि उन्हें बहुत गुस्सा आता है जब पाकिस्तान के बारे में सुनता हूं तो अभी टीवी पर मम्मी खबर को देखती है और हमको बताती है वहीं स्कूल में भी घटना के बारे में मैम बताती है. कृष्ण ने कहा कि मुझे आर्मी में जाना है और अपने पिताजी का बदला लेना है. वहां छुपे आतंकियों को मारना है, उन्होंने कहा कि अभी जो घटना हुई है पहलगाम में निहत्थे निर्दोष पर्यटकों को मारा है यह गलत हुआ है. जिसका बदला भारत ले रहा है. शाहिद के पिता राम निरंजन ठाकुर बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में छुपे आतंकियों पर कार्रवाई की है यह काफी सराहनीय है इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सैल्यूट करता हूं. उन्होंने कहा कि अभी बदला अधूरा है, जब तक की आतंकवाद का खत्मा नहीं हो जाता, तब तक हमारे दिल को तसल्ली नहीं मिलेगी.

14 फरवरी 2019 को हुआ था पुलवामा हमला

आपको बताये कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में एक आत्मघाती हमलावर ने CRPF के काफिले पर हमला किया, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. पुलवामा हमले के 12 दिन बाद 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स ने ऑपरेशन बंदर के तहत पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी. अनुमान है कि इस ऑपरेशन में 250-300 आतंकवादी मारे गए थे.जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने 27 फरवरी को हवाई हमला किया. जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के विमान को खदेड़ दिया. इस दौरान अभिनंदन का विमान क्रैश हो गया और उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया.