लोहरदगा (LOHARDAGA) - लोहरदगा में पुलिस ने नक्सलियों के हर छोटे-बड़े हलचल पर नज़र रखी हुई है. हाल ही के दिनों में पुलिस और नक्सलियों के बीच लगातार मुठभेड़ होने की खबर भी सामने आई थी. ऐसे में पुलिस ने नक्सलियों को विस्फोटक मुहैया कराने वाले दो आरोपियों का पर्दाफाश किया था. इस मामले में सिविल कोर्ट ने शुक्रवार को दोनों आरोपियों को सजा सुनाई है.

क्या था मामला

फैसला फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में मामले के आरोपी मुस्तकिम अंसारी और मेराज अंसारी को एडीजे वन अखिलेश कुमार तिवारी ने दस-दस साल की जेल और 30-30 हजार रुपए का जुर्माने की सजा सुनाई है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 में हिंडालको के विस्फोटक के नाम पर पेशरार जंगल की ओर ले जा रहे विस्फोटक को सदर पुलिस ने जब्त किया था. बता दें कि पुलिस ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार की थी.  

रिपोर्ट : गौतम लेनिन, लोहरदगा