गिरिडीह(GIRIDIH): जीवनसाथी शादी डॉट कॉम पर विधवा के प्रोफाईल चुन कर और शादी का प्रलोभन देकर ठगने के आरोपी युवक को गिरिडीह साइबर थाना पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी युवक भारतीय सीमा सुरक्षा बल का कांस्टेबल दीपक कुमार है और यूपी के बिजनौर के मंडावर थाना के लालपुर गांव का रहने वाला है. आरोपी पहले से शादीशुदा है और एक बच्चे का पिता बताया जा रहा है. आरोपी दीपक बीएसएफ के 75वीं बटालियन में बतौर कांस्टेबल पश्चिम बंगाल के कूचविहार में प्रतिनियुक्त है. आरोपी  ने दो विधवा को शादी का प्रलोभन देकर ठगी का शिकार बनाया. इसमें एक विधवा मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली है. भोपाल की विधवा से इसने 70 हजार की ठगी की थी. वहीं दूसरी तरफ मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह की रहने वाली बताई जा रही है. सिहोडीह की ही विधवा ने चार दिन पहले गिरिडीह के साइबर थाना में बीएसएफ कांस्टेबल दीपक कुमार के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कराई थी. जिसमें साइबर थाना प्रभारी सुरेश मंडल ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरु किया और शुक्रवार को आरोपी दीपक को बिजनौर से गिरफ्तार कर गिरिडीह ले आए. आरोपी शादी के वेबसाईट में सिर्फ वैसे लड़कियों को अपने ठगी का शिकार बनाता था, जो विधवा और असहाय होती.  

पत्नी की मौत की कहानी बता कर की ठगी

थाना प्रभारी सुरेश की मानें तो आरोपी कांस्टेबल दीपक ने इसी साल जनवरी में सिहोडीह की पीड़िता का प्रोफाईल शादी डॉट कॉम जीवनसाथी में देखा और उसके नंबर पर संपर्क किया. जानकारी के अनुसार, 17 जनवरी को फोन कर पहले सिहोडीह की विधवा से बात की और शादी करने की इच्छा जाहिर की. इस दौरान आरोपी दीपक ने अपना फेसबुक वॉल भी सिहोडीह की इस विधवा को दिखाते हुए कहा कि वो एक बीएसएफ कांस्टेबल है  और उसकी पत्नी की मौत पिछले साल कोरोना महामारी से हो चुका है. लिहाजा, वह अब उससे शादी करना चाहता है. दीपक की बातों में आ कर ही सिहोडीह की विधवा ने दीपक को अपनी मां से बात कराया. इस दौरान उसकी मां भी तैयार हो गई. लेकिन, दो दिन बाद ही दीपक ने सिहोडीह की पीड़िता से यह कहते हुए 90 हजार मांगा कि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. ऐसे में शादी के लिए उसे पैसे की जरुरत पड़ेगी. लिहाजा, दीपक के झांसे में आते ही विधवा ने दीपक के बैंक खाते में 90 हजार ट्रांसर्फर कर दिया. लेकिन, कुछ दिनों बाद जब दीपक से शादी और पैसे वापस करने की बात कही गई. दीपक लगातार दो माह तक टाल-मटोल करता रहा और मार्च में दीपक ने पैसे देने से इंकार कर दिया. इसके बाद सिहोडीह की इस विधवा ने साइबर थाना में केस दर्ज कराई.

रिपोर्ट: दिनेश कुमार, गिरिडीह