गढ़वा(GARHWA): मझिआंव थाना क्षेत्र के करकटा गांव में तीन दर्जन से अधिक भेड़ और एक चरवाहे की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. इस कांड को UP के अपराधियों ने भेड़ तस्करी के लिए सुनियोजित योजना के तहत अंजाम दिया था. पुलिस ने इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश के चित्रकुट जिले के बरगढ़ के यासत खान उर्फ बले उर्फ बली (25 वर्ष) और उसका छोटा भाई वासत खान उर्फ बबली (22 वर्ष) को गिरफ्तार किया है. हत्या में उपयोग खून लगी दो बांस की लाठी, एक पल्सर मोटरसाइकिल, तीन मोबाइल और एक चाकू बरामद किया गया.

बताते चलें कि गत 22 मार्च की रात डंडा एवं कांडी थाना क्षेत्र के लमारीकला-भरतपहाड़ी के समीप गोसांग गांव में देर रात भेड़ चरवाहे सरयू पाल की हत्या कर दी गयी थी, जबकि प्रभु पाल को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया था. 38 भेड़ों की हत्या कर दी गयी थी. एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने बताया कि छानबीन में सामने आया है कि प्लानिंग के तहत भेड़ चरवाहों पर हमला कर भेड़ तस्करी के लिए घटना को अंजाम दिया गया था.

प्लानिंग के तहत 22 मार्च की रातलमारीकला र्में इंट भट्ठे पर काम करने वाले एवं एक भेड़ व्यापारी सहित कुल 9 लोगों ने घटना को अंजाम दिया था. रात 10 बजे सभी अपराधी पिकअप वैन से लमारीकला-भरतपहाड़ी होते हुए गोसांग गांव पहुंचे थे एवं मौका पाकर दोनों चरवाहों पर अटैक किया था. साथ ही भेड़ को हांकते हुए पिकअप वैन की तरफ ले गये थे. ले जाने के क्रम में भेड़ मसूर खेत में पहुंचे तो सभी खेत चरने लगे.

 तेजी से हांकने के क्रम में 30-40 भेड़ को मसूर के खेत में मार दिया एवं करीब 100 से 150 भेड़ों को लोडकर ले जाने लगे. इस क्रम में कुछ और भेड़ जख्मी हालत में मर गए, उसे केतार थाना क्षेत्र के भगवान घाटी में फेंक कर शेष भेड़ों को लेकर सारे तस्कर निकल गये. भेड़ों को यूपी के महोबा जिले के मंडी में पहुंचाया गया था. कांड में संलिप्त अन्य अपराधकर्मियों की पहचान कर ली गयी है. गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. गिरफ्तारी टीम में मझिआंव, कांडी व डंडा थाना की पुलिस टीम शामिल थी.

रिपोर्ट:जफ़र महबूब ,मेदिनीनगर ,पलामू